जीएसटी में बदलाव कर मोदी सरकार ने छोटे कारोबारियों को राहत देने का एलान किया है लेकिन मोदी सरकार पर वार थम नहीं रहा है. अब बीजेपी के ही वरिष्ठ नेता अरुण शौरी ने पीएम मोदी को निशाने पर लिया है. अरुण शौरी ने कहा है कि पीएम मोदी का समर्थन करना उनकी बड़ी भूल थी. इतना ही नहीं उन्होंने मोदी की तुलना अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से की है.
अरूण शौरी ने कहा, ”ट्रंप हमेशा ये शिकायत करते रहते हैं कि लोग उनके खिलाफ हैं और मीडिया भी हमेशा उनकी गलत छवि पेश करता है. इधर ये भी कहते हैं- नोटबंदी के बाद मुझे कितने जुल्म झेलने पड़े और कहते हैं कि लोग चाहें मुझे जान से भी मार दें, मैं दलितों की सेवा करने से नहीं चूकूंगा. अरे कौन कह रहा है मार देंगे. ऐसा बोलना सिर्फ भाषण कला नहीं है एक सोच है क्योंकि अपने आपको पीड़ित बताना आपको मौका देता है कि आप किसी का भी शोषण कर सकें.”
कौन हैं अरूण शौरी-
- अर्थव्यवस्था पर पैनी नज़र रखते हैं.
- इंडियन एक्सप्रेस के संपादक रह चुके हैं
- 1999-2004 की वाजयेपी सरकार में विनिवेश मंत्री रह चुके हैं
- दो बार राज्यसभा के सांसद रह चुके हैं.
आपको बता दें कि इससे पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने अपने लेख में कहा था कि नोटबंदी विफल रही है और जीएसटी से लोगों की परेशानी बढ़ी है. यशवंत सिन्हा ने ‘मुझे बोलना ही पड़ेगा’ शीर्षक से लेख लिखा था. इस लेख में यशवंत सिन्हा ने मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए.
सिन्हा ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर तीखा तंज भी कसते हुए कहा कि ”मोदी ने तो करीब से गरीबी देखी है लेकिन लगता है कि जेटली पूरे देश को बेहद करीब से गरीबी दिखा देंगे.” इसके जवाब में जयंत सिन्हा ने अपने लेख में लिखा कि ‘अर्थव्यवस्था की चुनौतियों को लेकर कई लेख लिखे गए, दुर्भाग्य से संकीर्ण तथ्यों के आधार पर इन लेखों में निष्कर्ष पर पहुंचा गया है और जो अर्थव्यवस्था को लेकर बुनियादी बदलाव को नजरंदाज किया गया है. एक या दो तिमाही के विकास दर के आंकड़े बदलाव की अर्थव्यवस्था में दूरगामी परिणाम के लिए उठाए गए कदमों को बताने के लिए नाकाफी हैं.