- कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला बोला। राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल में बेरोजगार युवाओं की स्थिति बदतर हुई है। किसान कर्ज के बोझ में आत्महत्या कर रहे हैं।
- राहुल ने कहा कि मोदी युवाओं को रोजगार और किसानों को सहूलियत देने की बजाय भाषण देते हैं।
- देश में बेरोजगारी पर भाजपा पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि भाजपा सरकार में रोजगार में कमी आई है जबकि कांग्रेस सरकार में इसका आंकड़ा उपर था।
- सीएम वीरभद्र के नेतृत्व में हिमाचल में हुए विकास कार्यों की तुलना गुजरात मॉडल से की। कहा- हिमाचल में बेरोजगारों को 1000 रुपये भत्ता मिलता है जबकि गुजरात में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है।
- सीएम फेस की तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए राहुल ने कहा कि 6 बार सीएम बने वीरभद्र सिंह 7वीं बार भी जीत दर्ज करेेंगे।
इस रैली का नाम ‘विकास से विजय की ओर’ दिया गया है जिसमें कांग्रेस अपने कार्यकाल में हुए विकास कार्यों का बखान करेगी व केंद्र की भाजपा सरकार की नीतियों के गलत ठहराने का प्रयास करेगी। रैली में पीसीसी चीफ सुखविंद्र सिंह सुक्खु, सीएम वीरभद्र सिंह, सुशील कुमार शिंदे सहित हिमाचल कांग्रेस के कई दिग्गज नेता मौजूद हैं।
बता दें कि रैली की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह खुद मोर्चे पर डटे थे। उनके साथ हिमाचल कांग्रेस प्रभारी सुशील कुमार शिंदे व सह प्रभारी रंजीत रंजन भी मौजूद हैं। वीरभद्र सिंह का पूरा प्रयास है कि वो रैली में प्रमुख तौर पर छाए रहें। वीरभद्र सिंह रैली में राहुल गांधी के सामने शक्ति प्रदर्शन करेंगे। इन सब के बीच इस समय बड़ा सवाल ये तैर रहा है कि क्या राहुल गांधी की रैली हिमाचल कांग्रेस के दो सुरों को एक कर पाएगी?
आलाकमान ने ऐन चुनाव के समय पीसीसी चीफ को हटाने से इनकार किया और वीरभद्र सिंह को मुख्य चेहरा बनाकर विवाद का हल करने की कोशिश की। हाईकमान के इस हस्तक्षेप के बाद हिमाचल कांग्रेस में पहली बार कोई बड़ा इवेंट हो रहा है। ऐसे में सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या राहुल गांधी की रैली चुनावी साल में वीरभद्र सिंह व सुखविंद्र सिंह के बीच एकजुटता का काम करेगी?