यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदीअपने पैतृक गांव वडनगर आए तो तैयारियां बेहद खास थीं. जिस रेलवे स्टेशन पर वो बचपन में चाय बेचा करते, वह अब एक राष्ट्रीय स्मारक की तरह सजी हुई है. इतना ही नहीं पूरे रेलवे स्टेशन पर नरेंद्र मोदी के बचपन की कहानियों को चित्रों के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की गई है. वहीं यहां पर लोगों में खूब उत्साह देखा गया. वहीं पीएम मोदी हाटकेश्वर मंदिर भी गए और पूजा अर्चना की.पीएम के रोड शो के दौरान मोदी मोदी के नारे लगाए गए. चित्रों द्वारा बताया जा रहा है कि कैसे नरेंद्र मोदी आने पिता के बोझ को कम करने के लिए यहां काम करते थे, खासकर सैनिकों और स्वयं सेवकों को चाय पिलाने में उन्हें बाद मजा आता.
वडनगर का ये रेलवे स्टेशन अब एक टूरिस्ट आकर्षण बन गया है और मोदी की जिंदगी से जुड़ी हर बात को यहां रक गाथा के रूप में बताने की कोशिश है.बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात दौरे का आज दूसरा दिन है. वह वडनगर में 500 करोड़ रुपये की लागत से बने सिविल अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन करेंगे. प्रधानमंत्री का वडनगर में रेलवे स्टेशन की नई बिल्डिंग का उद्घाटन करने का भी कार्यक्रम है. इसी स्टेशन पर नरेंद्र मोदी के पिता और चाचा की चाय की दुकान थी, जहां मोदी ट्रेन पर चाय पहुंचाने में मदद किया करते थे. पीएम मोदी यहां से भरूच जाएंगे. वह भरूच में नर्मदा नदी पर बने नए बैराज के निर्माण की आधारशिला रखेंगे.
दौरे के पहले ही दिन प्रधानमंत्री ने 6000 करोड़ की परियोजनाओं की शुरुआत की. गुजरात दौरे के पहले दिन पीएम मोदी ने कहा कि हम विकास को उन ऊंचाइयों पर ले जाएंगे जहां आने वाली पीढ़ियों को गरीबी नहीं देखना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि दुनिया का ध्यान भारत की ओर आकर्षित हो रहा है, लोग यहां निवेश करने के लिए आ रहे हैं और यह भारत के लोगों के लिए अवसर पैदा करेगा.