इससे पहले मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व गृहमंत्री भी पुलिस को तनाव मुक्त रखने पर जोर दे चुके हैं। यहां तक कि पुलिस को साप्ताहिक अवकाश देने की घोषणा भी की जा चुकी है, लेकिन अभी तक उसपर मुहर नहीं लग सकी है।
अब जबकि मप्र के कई पुलिसकर्मी निराश होकर आत्महत्या जैसे कदम उठा रहे हैं तो पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है, बीते दिनों प्रदेश में ऐसी ही कुछ घटनाओं ने पुलिस अधिकारियों का ध्यान खींचा है। जिसमें पता चला है कि ड्यूटी के दौरान अति व्यस्तता, काम का दबाव और मानसिक तनाव को कम करना अतिआवश्यक है। इससे निपटने के लिए डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने सभी पुलिस इकाइयों को आदेश जारी कर वेस्ट प्रेक्टिसेज लागू करने को कहा है।
अपने आदेश में डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि हाल ही में कुछ घटनाएं सामने आई हैं जिसमें तनाव के कारण अधिकारी/कर्मचारियों ने आत्महत्या जैसे कदम उठाये हैं। डीजीपी ने अपने पुराने 2016 के आदेश को दोहराते हुए सभी पुलिस इकाइयों को वेस्ट प्रेक्टिसेज चयन करने आदेशित किया है। साथ ही पुलिसकर्मियों को तनावमुक्त रखने के लिये स्वयं व परिवार की सालगिरह पर अवकाश देने के लिए कहा है
उन्होंने यह भी कहा है कि अभी ऐसा गंभीरता और संवेदनशीलता से नहीं किया जा रहा है। अधीनस्त कर्मचारियों को तनावमुक्त रखना भी सभी इकाई प्रभारियों का दायित्व है और अधिकारी कर्मचारियों एवं उनके परिवार की कठनाई और तनाव के कारणों पर गंभीरता से विचार करें और तनावमुक्त रखने के लिए इकाई स्तर पर कार्यक्रम करें।