14 अक्टूबर को पीएम नरेंद्र मोदी पटना यूनिवर्सिटी के शताब्दी वर्ष समारोह को संबोधित करने पटना पहु्ँचेंगे. देश के सात सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में शुमार पटना यूनिवर्सिटी विजिट करने वाले नरेंद्र मोदी पहले पीएम होंगे. जनवरी 2018 में इस समारोह की समाप्ति पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शिरकत करेंगे.
यूनिवर्सिटी से जुड़े लोगों का कहना है कि जवाहर लाल नेहरू ने 1948 में एक बार दरभंगा महाराज से मिलने के उद्देश्य से दरभंगा हाउस विजिट किया था. हालांकि उस समय दरभंगा हाउस पटना यूनिवर्सिटी का हिस्सा नहीं था. 1953 में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने पटना यूनिवर्सिटी में दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की थी. 1970 में 50 साल पूरा करने पर देश के चौथे राष्ट्रपति वी.वी. गिरी ने कॉनवोकेशन को संबोधित किया था. टेक्निकली यूनिवर्सिटी के 50 साल 1967 में पूरे हुए थे, पर कुछ विवादों के कारण गोल्डन जुबिली समारोह 3 साल बाद 1970 में मनाया गया था.
बिहार का गौरव कहे जाने वाले पटना यूनिवर्सिटी की स्थापना 1917 में हुई थी. तब से लेकर अब तक कई उतार चढ़ाव देखते हुए पीयू ने अपना 100 साल का सफर पूरा कर लिया है. इस विश्वविद्यालय ने अब तक देश को कई बड़ी हस्तियां दी हैं. यहां से पढ़े हुए छात्रों ने हर क्षेत्र में अपने हुनर का लोहा मनवाया है. पीयू के पूर्व छात्रों में स्वतंत्रता सेनानी जय प्रकाश नारायण समेत श्री कृष्ण सिंह, नीतीश कुमार, लालू प्रसाद, रामविलास पासवान, यशवंत सिन्हा, दिग्विजय सिंह, शत्रुध्न सिन्हा जैसे बड़े नेता शामिल हैं.