हरदा, खण्डवा और होशंगाबाद जिलों को मिली 52 हजार हेक्टेयर सिंचाई की सौगात
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने हरदा, खण्डवा और होशंगाबाद जिले के लिये प्रस्तावित मोरण्ड गंजाल सिंचाई परियोजना के निर्माण को स्वीकृति दे दी है। नर्मदा नियंत्रण मण्डल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना अपने कमाण्ड क्षेत्र में कृषि उत्पादन का रिकार्ड स्थापित कर किसानों को सम्पन्न बनाएगी। परियोजना की भूमिगत जल वितरण प्रणाली से खुली नहर से होने वाली जल हानि भी रोकी जा सकेगी।
नर्मदा जल उपयोग के लिये मध्यप्रदेश द्वारा वर्ष 1972 में नर्मदा जल विवाद न्यायाधिकरण को प्रस्तुत मास्टर प्लान की 29 बड़ी परियोजनाओं में मोरण्ड गंजाल भी सम्मिलित थी। नियंत्रण मण्डल ने 2813 करोड़ रूपये लागत की इस परियोजना का अनुमोदन कर इसके निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया है।
परियोजना में सिवनी मालवा तहसील के ग्राम मोरघाट के पास मोरण्ड नदी तथा हरदा जिले की रहटगांव तहसील के ग्राम जवर्धा के पास गंजाल नदी पर बांध बनेगा। परियोजना की नहरों से होशंगाबाद जिले के 28 गाँव की 4 हजार 617 हेक्टेयर, खण्डवा जिले की हरसूद तहसील के 62 गाँव की 17 हजार 678 हेक्टेयर तथा हरदा जिले की हरदा, खिरकिया, सिराली और रहटगाँव तहसील के 121 गाँवों की 29 हजार 910 हेक्टेयर कृषि भूमि को सिंचाई लाभ मिलेगा। परियोजना से कुल 52 हजार 205 हेक्टेयर कमाण्ड क्षेत्र निर्मित होगा। सिंचाई के साथ ही कमाण्ड क्षेत्र के 211 गाँव को पीने का पानी और सिवनी मालवा शहर की आवश्यकता की पूर्ति के लिये भी जल उपलब्ध करवाया जाएगा।
परियोजना का निर्माण तीन चरण में किया जाएगा। प्रथम चरण में मोरण्ड बांध का निर्माण तथा द्वितीय चरण में नहर निर्माण होगा। बांध से निकलने वाली दोनो नहरें पाईप केनाल के रूप में होंगी तथा पूरे कमाण्ड क्षेत्र में भूमिगत नहर प्रणाली से सिंचाई सुविधा मिलेगी। तीसरे चरण में गंजाल बांध का निर्माण प्रस्तावित है।