भैय्या जी जोशी ने प्रेसवार्ता में रोहिंग्या मुसलमान के मसले पर चर्चा करते हुए कहा कि, रोहिंग्या मुसलमान एक गंभीर मुद्दा है। सबसे बडा सवाल ये है कि आखिर उन्हें म्यांमार से निष्कासित क्यों किया गया। उन्होंने कहा कि कहीं किसी साजिश के तहत रोहिंग्या भारत में प्रवेश तो नहीं चाहते, इसलिए उनकी पृष्ठभूमि जाने बिना प्रवेश नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होनें कहा कि भारत में कश्मीर और हैदराबाद में सबसे ज्यादा रोहिंग्या मुस्लमान रहते हैं। उन्होंने कहा कि देश में निश्चित संख्या से ज्यादा बाहरी लोगों को प्रवेश नहीं दिया जाना चाहिए। आरक्षण के मसले पर बात करते हुए भैय्या जी जोशी ने कहा कि संघ आरक्षण का समर्थक है। आरक्षण को तब तक चलना चाहिए, जब तक समाज को उसकी आवश्यकता है। आरक्षण पर किसी को शिकायत नहीं होना चाहिये। जिनको आरक्षण मिलता है, वो तय करें कि कब तक लाभ लेना है। लेकिन आरक्षण के कारण कर्मचारियों और अधिकारियों में भेदभाव नहीं होना चाहिए। आरक्षण की कमियां दूर की जानी चाहिए। वहीं प्रमोशन में आरक्षण के मासले पर भैय्या जी जोशी ने कुछ नहीं कहा। अमित शाह के बेटे पर लग रहे आरोपों पर भैय्या जी जोशी ने कहा कि सिर्फ आरोप लगने से उन्हें सही मानने का कोई सवाल नहीं उठता। आरोप लगाने वालों को कोर्ट जाना चाहिए। और हम जांच क्यों करें।
RSS ने प्रदूषण वाले पटाखों पर कोर्ट की रोक को सही ठहराया है। लेकिन भैय्या जी जोशी ने कहा है कि इस मामले में संतुलित तरीके से विचार करना जरूरी है। कई पटाखे ऐसे होते हैं जो प्रदूषण नहीं करते, उन पर रोक नहीं लगना चाहिए।
अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि बैठक में संघ की आगामी तीन साल की कार्ययोजना तैयार की गई है। संघ आगामी समय में विशेष तौर पर किसान और युवाओं पर फोकस करेगा। किसानों के सामने कई तरह की चुनौतियां हैं, किसानों को जैविक खेती की तरफ ध्यान देने की जरूरत है।