सीएम वीरभद्र सिंह ने कहा कि उन्हें मालूम था कि अनिल शर्मा व उनके रिश्तेदार विपक्ष में जाने पर विचार कर रहे हैं, यहीं कारण है कि उनके भाजपा में शामिल होने से वे जरा भी अचम्भित नहीं हैं। सीएम ने कहा कि शर्मा परिवार के भाजपा में जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता। कांग्रेस भारी मतों से विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करेगी।आपको बता दें कि पूर्व केंद्रीय संचार राज्यमंत्री पंडित सुखराम सहित वीरभद्र सरकार में पशुपालन विभाग के मंत्री अनिल शर्मा और पोते आश्रय शर्मा भी भाजपा में शामिल हुए हैं।कुछ दिन पहले अनिल शर्मा के भाजपा में शामिल होने की बात उठी थी लेकिन तब उन्होंने इसे महज एक अफवाह करार दिया था लेकिन मंडी में हुई राहुल गांधी की रैली में वरिष्ठ नेता पंडित सुखराम को अनदेखा करने से नाराज अनिल शर्मा परिवार सहित भाजपा में शामिल हो गए। खबरें आ रहीं है कि अनिल शर्मा अब मंडी से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। चुनाव के समय कांग्रेस के मंत्री का भाजपा में शामिल होने से कांग्रेस के लिए काफी नुकसान हो सकता है। इसका असर मंडी जिला की सभी सीटों पर हो सकता है। सुखराम काफी बड़े नेता माने जाते है और प्रदेश की राजनीति में उनका काफी दखल रहता है।