सीएम शिवराज ने ऐसे विधायक जो अपने क्षेत्र की जनता को न तो सरकारी योजनाओं का लाभ दिला पा रहे हैं और न ही जनता और पार्टी उनसे खुश है। शिवराज सिंह अगले तीन दिनों तक अलग-अलग इलाकों के विधायकों से मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री ने आज अपने निवास पर ग्वालियर-चंबल और सागर संभाग के विधायकों से मुलाकात की। हर विधायक को सीएम शिवराज सिंह ने करीब 10 मिनिट का समय दिया।
इन विधायकों से वन-टू-वन बातचीत के बारे में सीएम शिवराज सिंह कई बार पहले कह चुके थे, लेकिन किसी न किसी कारण से वन-टू-वन टलता जा रहा था। अब जब मिशन 2018 के लिए कम वक्त बचा हुआ है, विपक्ष जहां आक्रमक हो रहा है और सरकार के साथ पार्टी की लोकप्रियता का ग्राफ भी गिरता जा रहा है। ऐसे में शिवराज सरकार अब किसी तरह की कोताही नहीं बरतना चाहती है।
सीएम ने जहां पार्टी और सरकार की नजर में विधायकों के रिपोर्ट कार्ड के आधार पर उनसे बात की, वहीं विधायकों की समस्याओं और कामकाज में आने वाली परेशानियों को समझा। बताया जा रहा है कि सीएम ने वन-टू-वन में उन विधायकों को कामकाज सुधारने की सख्त हिदायत दी है,जो उनके पास मौजूद रिपोर्ट कार्ड में नॉन परफार्मर बताए गए हैं। सीएम शिवराज सिंह इन तीन दिनों में पार्टी के तमाम विधायकों से वन-टू-वन बात करेंगे। पार्टी और सरकारी सूत्रों की मानें तो आज के वन-टू-वन में सीएम
शिवराज सिंह ने विधायकों से उनके क्षेत्र के विकास का रोडमैप, बड़े निर्माण कार्य, प्रमुख योजनाओं के क्रियान्वय और भावांतर योजना के अलावा किसानों से जुड़ी समस्याओं और योजनाओं के बारे में चर्चा की। सीएम शिवराज सिंह ने विधायकों को क्षेत्र के किसानों के बीच जाने को कहा है। जिन विधायकों का रिपोर्ट कार्ड खराब बताया गया है, उन्हें कामकाज सुधारने की हिदायत दी गयी है।
आज के वन-टू-वन में ग्वालियर-चंबल संभाग और सागर संभाग के विधायकों से मुलाकात की है। आज सीएम शिवराज सिंह से वन टू वन के लिए हर विधायक के लिए 10 मिनट का समय दिया गया था। सीएम शिवराज सिंह दोपहर तक अपने आवास में विधायकों से मुलाकात करते रहे। नाम न छापने की शर्त पर एक विधायक ने बताया है कि मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों को किसानों के बीच पार्टी और सरकार की कम होती साख पर चिंता व्यक्त की है।
उन्होंने सभी विधायकों से किसानों से सतत संपर्क रखने, उनकी समस्याओं के निराकरण में मदद करने और किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए कहा है। जिन विधायकों ने नौकरशाही से परेशानी की समस्या से सीएम को अवगत कराया है। सीएम शिवराज सिंह ने ऐसे अफसरों की नकेल कसे जाने या जरूरत पड़ने पर हटाए जाने का आश्वासन विधायकों को दिया है।