वीर भारत स्मारक बनाया जायेगा
शौर्य स्मारक के स्थापना दिवस के समापन समारोह में मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शौर्य स्मारक में भारत माता की भव्य प्रतिमा स्थापित की जायेगी। प्रदेश में अदभुत वीर भारत स्मारक बनाया जायेगा जिसमें सम्राट चन्द्रगुप्त से लगाकर वर्तमान तक के वीरों का चित्रण किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ शौर्य स्मारक के प्रथम वर्षगांठ समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में सेना में प्रवेश के लिये युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिये प्रशिक्षण केन्द्र खोला जायेगा। अगले वर्ष से शौर्य स्मारक का तीन दिवसीय भव्य स्थापना दिवस समारोह मनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि हमें अपनी सेना पर गर्व है। वर्ष 1962 में चीन ने भारत के एक भू-भाग पर कब्जा कर लिया था परन्तु आज जब डोकलाम में चीन की सेना ने कोशिश की तो हमारी सेना ने उन्हें वापस लौटा दिया। हमारी सेना ने पाकिस्तान में आतंकवादियों को खत्म करने के लिये सर्जिकल स्ट्राइक की। हम अपने वीर जवानों की वीरता को प्रणाम करते हैं और उन्हें यह संदेश देना चाहते हैं कि पूरा देश उनके साथ खड़ा है। हम जब त्योहार मनाते हैं तब हमारे जवान सीमा पर विपरीत परिस्थितियों में हमारी रक्षा करते हैं। वो जागते हैं और हम चैन की नींद सोते हैं। युवाओं को सीमा पर माँ तुझे प्रणाम योजना के तहत भेजा जाता है ताकि वे देख सकें कि हमारे सैनिक किन परिस्थितियों में देश की रक्षा करते हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जब पिछले वर्ष शौर्य स्मारक का लोकार्पण किया था तब हम शहीद सैनिकों के गांवों से मिट्टी लेकर आये थे जो यहाँ रखी है। हम शहीदों की मिट्टी को नमन करते हैं। इस अवसर पर प्रमुख सचिव संस्कृति श्री मनोज श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने बताया कि विगत एक वर्ष में ग्यारह लाख देशी-विदेशी पर्यटकों ने शौर्य स्मारक का अवलोकन किया है। इस वर्ष शौर्य स्मारक का तीन दिवसीय स्थापना दिवस समारोह मनाया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश के अमर शहीदों के ग्रामों से लायी गयी शौर्य रज को पुष्पांजलि दी। कार्यक्रम में वंदेमारतम और मध्यप्रदेश गान प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर आयोजित कवि सम्मेलन में कविगण सर्व श्री गजेन्द्र सोलंकी, विनीत चौहान, योगेन्द्र शर्मा, शंभुसिंह मनहर, सुमित मिश्रा, अविराज पंकज और श्रीमती रूचि चतुर्वेदी ने कवितायें प्रस्तुत कीं। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागरिकगण उपस्थित थे। |