डॉक्टर त्रिवेदिया के मुताबिक, भंडार कक्ष से 100 पंखे चोरी होने के बाद अस्पताल के इलेक्ट्रिशियन ने उन्हें इसकी सूचना दी, जिसके आधार पर उन्होंने कोतवाली पुलिस को इस घटना से अवगत कराया। कोतवाली प्रभारी संजय मिश्रा ने मंगलवार को बताया कि उनके पास शिकायत आई है, जांच की जा रही है, लेकिन अभी मामला दर्ज नहीं हुआ है।
गौरतलब है कि वर्ष 2015 में कायाकल्प अभियान के तहत प्रदेश में शिवपुरी जिला अस्पताल सबसे बेहतर चुना गया था। लेकिन इस अस्पताल में चोरी की घटनाएं आम हो गई हैं। कुछ दिन पहले प्रसूता (डिलीवरी) वॉर्ड में लगे एयर कंडीशनर का केबल भी चोरी हो चुका है, जिसकी कीमत एक लाख रुपये से ज्यादा बताई गई है।
अस्पताल की सुरक्षा का जिम्मा यहां एक निजी सुरक्षा एजेंसी को दिया गया है, जिस पर हर माह औसतन दो लाख रुपये का खर्च आता है।