हम और आप अपने परिवारों के साथ चैन से दिवाली इसलिए मना पाते हैं क्योंकि देश के वीर सपूत अपने परिवार, अपने सुख चैन को त्याग कर भारत माता के लिए सीमा पर तैनात रहते हैं. दिवाली के इस खास मौके पर पीएम नरेन्द्र मोदी एक बार फिर जवानों के साथ मौजूद रहेंगे.
जवानों के त्याग को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री बनने के बाद हर साल मोदी जवानों के साथ दिवाली मनाते हैं. पीएम मोदी जवानों को ये संदेश देना चाहते हैं कि पूरा देश सीमा पर तैनात जवानों के साथ खड़ा है.
लेकिन ऐसा नहीं है कि ये पहला मौका है जब प्रधानमंत्री देश के जवानों के साथ दिवाली मनाने बॉर्डर पर जा रहे हैं. पीएम बनने के बाद हर साल मोदी जवानों के साथ दिवाली के मौके पर मौजूद रहे हैं.
साल 2014:
बतौर प्रधानमंत्री ये नरेंद्र मोदी की पहली दिवाली थी. पीएम मोदी ने जम्मू कश्मीर के सियाचिन पहुंचकर जवानों के साथ दिवाली मनाई. 20 हजार फीट की ऊंचाई पर मौजूद दुनिया के सबसे ऊंचे रणक्षेत्र जहां पर तापमान माइनस पचास डिग्री होता है. शून्य से पचास डिग्री नीचे तक पहुंच जाता है वहां हमारे वीर जवान तैनात रहते हैं. पीएम के जाने से जवानों में एक नया जोश भर गया.
साल 2015:
पीएम मोदी दिवाली मनाने दोबारा जवानों के बीच पहुंचे.. इस साल पीएम मोदी ने पंजाब में अमृतसर के डोगराई वॉर मेमोरियल में दिवाली मनाई. यहां पर मौजूद जवानों के साथ उन्होंने पूरे जोश के साथ इस पर्व को मनाया.
साल 2016:
प्रधानमंत्री मोदी दिवाली पर एक बार फिर जवानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े नजर आए. पीएम मोदी दिवाली मनाने हिमाचल के किन्नौर पहुंचे और आईटीबीपी, सेना और डोगरा स्काउट के साथ दिवाली का जश्न का मनाया.
हर साल की तरह इस साल भी दिवाली देश के सपूतों के साथ मनाने वाले हैं. एबीपी न्यूज भी देश की सेवा के लिए सीमा पर तैनात वीर जवानों को सलाम करता है और दिवाली की बधाई देता है.