उन्होंने कहा कि अच्छा है। इसे देखने के लिये सकारात्मक सोच होना जरूरी है। अपने प्रदेश पर गर्व की भावना होना आवश्यक है। गुलाम मानसिकता के लोग ही दूसरे देश को अपने देश से अच्छा समझ सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय नागरिक दुनिया में गर्व से खड़ा हो सके, ऐसे न्यू इंडिया का निर्माण हो रहा है। उनके प्रयासों में मध्यप्रदेश सबसे आगे रहेगा। समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिये सरकार कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब परिवार को एक रूपये किलो गेहूं, चावल देने, रहने के लिये भूमि के टुकड़े का अधिकार देने वाला पहला प्रदेश है मध्यप्रदेश। वर्ष 2022 तक हर शहरी ग्रामीण गरीब को पक्की छत मुहैया होगी। बिना बिजली कनेक्शन वाले 42 लाख परिवारों को आगामी 2 वर्षों में कनेक्शन उपलब्ध करवा दिये जायेंगे। लघु कुटीर उद्योगों का जाल बिछाने के लिये नवाचार को आगे आने वाले युवाओं के लिये 100 करोड़ रूपये का वेंचर कैपिटल फंड बनाया गया है।
सीएम ने कहा कि मेधावी बच्चों का गरीबी से भविष्य बर्बाद नहीं हो, इसके लिये शिक्षण संस्थानों की फीस राज्य सरकार द्वारा भरवाये जाने की योजना इसी वर्ष लागू की गई है। शहरी विकास पर 90 हजार करोड़ रूपये का व्यय किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश तेजी से आगे बढ़ने वाला राज्य है। यहां की विकास दर निरंतर डबल डिजिट में है। 5 वर्षों से कृषि कर्मण पुरस्कार पाने वाले राज्य की कृषि विकास दर 20 प्रतिशत से अधिक बनी हुई है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लोक सेवा गारंटी कानून, सी एम हेल्पलाइन, ई-उपार्जन की सुव्यवस्थित व्यवस्था, आनंद विभाग का गठन, महिला कल्याण की योजनायें, महिलाओं को वन विभाग छोड़ अन्य सभी विभागों में 33 प्रतिशत और शिक्षक पदों में 50 प्रतिशत आरक्षण देने, अनेक दलहन, खाद्यान्न, औषधीय एवं पुष्पीय फसलों के उत्पादन आदि में प्रदेश देश का अग्रणी राज्य है।
उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस का भव्य आयोजन राज्य के नागरिकों की भावनात्मक एकता और हर दिल में जिद, जनून और जज्बे का भाव पैदा करने के लिये किया जाता है। राज्य का गौरवशाली इतिहास है। मुख्यमंत्री ने नागरिकों को प्रदेश के 62वें स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश गौरव पुरस्कार से रमाकांत-उमाकांत गुंदेजा बंधुओं, अमृतलाल बेगड़, जनक पल्टा, हरचंदन सिंह भाटी को सम्मानित किया।