मनोज तिवारी ने कुल्लू में एक पत्रकार वार्ता में कहा कि इतिहास गवाह है कि हिमाचल को देवभूमि के नाम से जाना जाता है, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हिमाचल दानव भूमि लगती है। हिमाचल में सत्ता का संघर्ष देवभूमि बनाम दानवभूमि का हो गया है। फैसला हिमाचल की जनता को करना है कि प्रदेश को देवभूमि मानने वाले लोगों के हवाले करना है या फिर दानवभूमि की संज्ञा देने वालों के।
इस दौरान कांग्रेस नेता मनोज तिवारी के जुबानी हमले जारी रहे। उन्होंने कहा कि पिछले साल आठ नवंबर को नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की घोषणा की थी। इस साल नौ नवंबर को हिमाचल की जनता निर्णय लेगी और नोटबंदी का जवाब देगी। उन्होंने नोटबंदी के फैसले पर मोदी को घेरते हुए कहा कि इससे जीडीपी दो फीसदी गिरी है और देश की जनता को नुकसान हुआ है। मनोज तिवारी यही नहीं रूके, उन्होंने कहा है कि हमारी सरकार जब आएगी, तो जीएसटी को समाप्त कर दिया जाएगा और इसे सरल विधि से बनाया जाएगा।
हिमाचल में वीरभद्र सरकार के शासन में विकास की गाड़ी थमने के मोदी के बयान पर भी मनोज तिवारी ने पलटवार किया और पूछा की मोदी बताएं कि हिमाचल प्रदेश के लिए क्या किया है। कोई एक प्रोजेक्ट बताएं जो हिमाचल के फायदे के लिए दिया हो। मनोज तिवारी ने कहा कि बीजेपी के झूठ और फरेब का अंत होने वाला है और हिमाचल व गुजरात में कांग्रेस की सरकार बनेगी।