आज नोटबंदी के एक साल पूरा होने पर केंद्र की एनडीए सरकार की ओर से भाजपा तो वहीं कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष नोटबंदी के मुद्दे पर आमने-सामने होंगे। भाजपा नोटबंदी के एक साल पूरे होने के मौके पर आज ‘काला धन विरोधी दिवस’ मनाने वाली है, जबकि कांग्रेस इसे ‘काला दिन’ के तौर पर मनाएगी। बाता दें कि आज से ठीक एक साल पहले 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कालाधन के खिलाफ बड़ा फैसला लेते हुए देश में 500 और 1000 के नोटों के चलन पर बैन लगा दिया था। जिसके बाद देशभर की जनता ने नए नोटों के लिए महीनों तक एटीएम के बाहर लंबी कतारों में घंटों खड़े होकर पैसे निकाले। विपक्ष पार्टियों ने इस फैसले का खूब विरोध किया था।
आज कई केंद्रीय मंत्रियों सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता देश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर नोटबंदी के फायदे गिनाएंगे। नोटबंदी को जन विरोधी करार देते हुए कांग्रेस और कई विपक्षी पार्टियां देश भर में इसके खिलाफ प्रदर्शन करेंगी। विपक्ष की आलोचना से बेपरवाह भाजपा ने दावा किया है कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था स्वच्छ हुई है।
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, वित्त मंत्री अरुण जेटली और रेल मंत्री पीयूष गोयल समेत कई केंदीय मंत्री आज देश के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद रहेंगे। रेल मंत्री पीयूष गोयल अहमदाबाद में मीडिया को संबोधित करेंगे, वहीं रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण चेन्नई में पत्रकारों को संबोधित करेंगी।
इसी तर्ज पर परिवहन मंत्री नितिन गडकरी मुंबई में, मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर बेंगलुरु में, स्मृति ईरानी लखनऊ में, मुख्तार अब्बास नकवी चंडीगढ़ में, जयंत सिन्हा कोलकाता में, अनंत कुमार हैदराबाद में और सुरेश प्रभु जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, अनंत कुमार, निर्मला सीतारमण, मुख्तार अब्बास नकवी, सुरेश प्रभु और स्मृति ईरानी क्रमश: मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, चंडीगढ़, जयपुर और लखनऊ में मीडिया से बात करेंगे। केंद्रीय प्रकाश जावड़ेकर बेंगलूर और पीयूष गोयल अहमदाबाद में प्रेस कांफ्रेंस करेंगे, जबकि जयंत सिन्हा को भी इससे जुड़ी कोई जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह गुजरात में रहेंगे।