उन्होंने कहा कि हमने आर्थिक रूप से पिछड़ी श्रेणी के तहत कांग्रेस का आरक्षण प्रस्ताव खारिज कर दिया है क्योंकि वह असंवैधानिक था। सिब्बल ने बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस और पीएएएस सदस्यों के बीच आज हुई बैठक से उम्मीद जगी है कि हम आगे एक साथ काम कर सकते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि हमने सभी पहलुओं पर चर्चा की और सब कुछ (पाटीदार समुदाय को आरक्षण प्रदान करने के लिए) संविधान के तहत करेंगे। उन्होंने कहा कि वे अगले दो-तीन दिनों में फिर मुलाकात करेंगे।
सिब्बल ने कहा कि मुझे लगता है कि अगले दो से तीन दिनों में मामला पूरी तरह स्पष्ट हो जाएगा। पीएएएस के सदस्यों ने गुजरात के आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सत्ता में आने की स्थिति में पाटीदार समुदाय को आरक्षण देने की रूपरेखा पर चर्चा करने के लिए सिब्बल से मुलाकात की थी।
मुलाकात रात नौ बजे होनी थी लेकिन सिब्बल देर से पहुंचे थे। पाटीदार कोटा आंदोलन के प्रमुख हार्दिक ने पहले मांग रखी थी कि यदि कांग्रेस शिक्षण संस्थानों एवं सरकारी नौकरियों में समुदाय को आरक्षण देने के प्रति प्रतिबद्धता जताती है तो ही वह आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का समर्थन करेंगे। कल बैठक के दौरान हार्दिक मौजूद नहीं थे। उन्होंने आरक्षण के मुद्दे पर फैसला करने के लिए कांग्रेस को सात नवंबर तक का समय दिया था। राज्य में दो चरणों में विधानसभा चुनाव नौ और 14 दिसंबर को होंगे और मतगणना 18 दिसंबर को होगी।