वियतनाम की हो चि मिन्ह सिटी में आयोजित एशियाई मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के फाइनल में 5 बार की विश्व चैम्पियन एम सी मैरीकॉम ने जीत दर्ज की है। उन्होंने नॉर्थ कोरिया की किम ह्यांग मी को हराया 5-0 से हराया। 48 किलोवर्ग में उनका पहला एशियाई गोल्ड है। आपको बता दें कि इससे पहले उन्होंने 51 किलो भार वर्ग में 2003, 2005, 2010 और 2012 में गोल्ड मेडल जीते हैं। 2008 में उन्हें सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा था। दूसरी ओर 57 किमी भार वर्ग में सोनिया लाथेर ने भी खिताबी मुकाबले में जगह बनाते हुए अपना सिल्वर मेडल पक्का कर लिया।
35 वर्षीय राज्यसभा सांसद मैरीकॉम ने इससे पहले 2014 में एशियाई खेलों में इतिहास रचते हुए गोल्ड मेडल जीता था।
इससे पहले सेमीफाइनल में मैरीकॉम ने जापान की सुबासा कोमुरा को 5-0 से हराया। वह छह में से पांचवीं बार इस टूनार्मेंट के फाइनल में पहुंची थीं। ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडल विजेता की मैरीकॉम पांच साल 51 किलो में भाग लेने के बाद 48 किलोवर्ग में लौटी है। जापानी मुक्केबाज ने उनके खिलाफ काफी रक्षात्मक खेल दिखाया। मैरीकॉम ने दूसरे राउंड में रफ्तार में इजाफा किया और आक्रामक खेल दिखाकर जीत दर्ज की।
सोनिया ने काफी आक्रामक प्रतिद्वंद्वी उजबेकिस्तान की योदगोरोय मिजार्एवा को हराया। शिक्षा (54 किलो) ने अपने वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीता, जिसे चीनी ताइपै की पूर्व युवा विश्व चैम्पियन लिन यू तिंग ने सेमीफाइनल में हराया। प्रियंका चौधरी (60 किलो) को भी कांस्य पदक मिला। उसे सेमीफाइनल में कोरिया की ओ यिओंजी ने मात दी।