इससे पहले शिवराज ने संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती को मध्य प्रदेश में रिलीज न करने का ऐलान किया था। राजपूत समाज के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा के दौरान शिवराज ने पद्मावती को ‘राष्ट्रमाता’ बताते हुए ऐलान किया था कि पद्मावती के सम्मान के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जा सकता, लिहाजा उन पर बनी फिल्म का प्रदर्शन राज्य में नहीं होगा।
चौहान ने फिल्म के ऐतिहासिक तथ्यों से हुए छेड़छाड़ का जिक्र करते हुए कहा था कि, “ऐतिहासिक तथ्यों से खिलवाड़ कर अगर राष्ट्रमाता पद्मावती जी के सम्मान के खिलाफ जो दृश्य दिखाए जाने की बात कही गई है.. तो मध्य प्रदेश की धरती पर फिल्म का प्रदर्शन नहीं होने दिया जाएगा।”चौहान ने ऐलान किया था कि, “भोपाल में रानी पद्मावती की शौर्य गाथा को प्रदर्शित करने वाला स्मारक स्थापित किया जाएगा और राष्ट्रमाता पद्मावती पुरस्कार दिया जाएगा।’ मुख्यमंत्री ने राजपूत समाज को भरोसा दिलाया था कि, “फिल्म भले ही रिलीज हो जाए, मगर मध्य प्रदेश में उस पर प्रतिबंध रहेगा। यहां किसी भी स्थिति में फिल्म का प्रदर्शन नहीं होने दिया जाएगा।”