मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज उज्जैन में महाकालेश्वर मन्दिर में भगवान महाकाल के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर में दो करोड़ रूपये की लागत के सभा मण्डप के पुनर्निर्माण कार्य का भूमिपूजन भी किया। साथ ही, मन्दिर में ‘दिव्यांग पथ’ का उद्घाटन कर महिदपुर निवासी दिव्यांग श्री अशोकसिंह ठाकुर को व्हील चेयर पर बैठाकर दर्शन के लिये रवाना किया। श्री चौहान ने इस अवसर पर कहा कि जिस तरह किसानों को शासन की योजना के तहत खाद-बीज उपलब्ध करवाया जाता है, उसी प्रकार देव-स्थलों के पुजारियों को मन्दिर की जमीन के लिये खाद-बीज उपलब्ध करवाया जायेगा। मन्दिरों के पुजारियों-पुरोहितों के होशियार मेधावी बच्चों को उच्च शिक्षा की सुविधा उपलब्ध कराने में राज्य शासन मदद करेगा। प्रधानमंत्री आवास योजना एवं मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत मन्दिरों के गरीब पुजारियों को भी सरकार मकान उपलब्ध करायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन मन्दिरों को मिलने वाला अनुदान बन्द कर दिया गया था, राज्य सरकार पुन: उन मन्दिरों को अनुदान उपलब्ध करायेगी। श्री चौहान ने कोटितीर्थ कुण्ड के समीप दानदाता द्वारा लगाये गये आरओ वॉटर संयंत्र का शुभारम्भ भी किया। श्री चौहान ने महाकाल प्रवचन हॉल में सिंहस्थ-2016 के दौरान की गई घोषणा को पूर्ण करते हुए महाकालेश्वर मन्दिर के पुजारियों एवं पुरोहितों को सिंहस्थ में विशेष दर्शन की अंश-राशि एक करोड़ 45 लाख 36 हजार 858 रूपये का प्रतीकात्मक चैक भेंट किया। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन, सांसद डॉ.चिन्तामणि मालवीय, केन्द्रीय सिंहस्थ समिति के अध्यक्ष श्री माखनसिंह, विधायक डॉ.मोहन यादव, श्री अनिल फिरोजिया, मन्दिर प्रबंध समिति के सदस्य श्री विभाष उपाध्याय, श्री जगदीश शुक्ला, पुजारी पं.प्रदीप गुरू, दिलीप गुरू, संजय पुरोहित, श्री इकबालसिंह गांधी, श्री श्याम बंसल, पुजारी, पुरोहित एवं उनके परिजन आदि उपस्थित थे। |