प्रो. धूमल ने कहा कि प्रदेश के पर्यावरण और विकास को जारी रखने के लिए एनजीटी का फैसला सही है और बिना जानकारी प्राप्त किए इसके खिलाफ बयानबाजी गलत है। उन्होंने एनजीटी के द्वारा प्रदेश में पेड़ कटान पर सीधा जुर्माना, ढाई मंजिल से ज्यादा मकान बनाने पर रोक व एनएच के किनारे भवन बनाने पर रोक के निर्देशों पर कहा कि प्रदेश में विकास व पर्यावरण पर संतुलन बनाने की आवश्यकता है।
धूमल ने कहा कि प्रदेश में पर्यावरण को बचाने व विकास कार्य को सुचारु रखने के लिए बीच का रास्ता अपनाया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि एनजीटी के फैसले को पूरी तरह से पढ़ने के बाद ही उस पर उचित टिप्पणी की जा सकती है।
धूमल ने भितरघातियों पर बोलते हुए कहा कि हमीरपुर में हुई बैठक में बागियों और भितरघातियों पर चर्चा की गई है और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष के ध्यानार्थ बातें लाई गई हैं। जल्द ही इन पर कार्रवाई की जाएगी।