रोते हुए रंजना ने कहा, ‘‘लेकिन अब कोई आशा नहीं है। केवल हम जानते हैं कि हमने किस प्रकार का संघर्ष किया है और किस प्रकार के दर्द से हम गुजरे हैं।’’ इसके बाद रंजना ने राहुल से निवेदन किया कि वह आश्वस्त करें कि अगले महीने होने वाले चुनाव के बाद अगर उनकी पार्टी गुजरात में सत्ता में आती है तो उनके (रंजना) जैसे लोग प्रभावित नहीं हो। रंजना ने राहुल से अपील की कि वह यह सुनिश्चत करें कि अंशकालीन शिक्षक भी अवकाश ग्रहण करने के बाद पेंशन पा सकें।
राहुल ने रंजना के साथ कुछ देर तक बातचीत की ओर वापस मंच पर आने से पहले उन्हें गले से लगा लिया। कांग्रेस नेता का इस तरह का अचानक व्यवहार लोगों के दिल को छू गया।
इसके बाद उन्होंने गुजरात में कांग्रेस के सत्ता में आने पर शिक्षा जगत के लोगों से सार्वजिनक शिक्षा व्यवस्था तथा स्वास्थ्य प्रणाली को बेहतर बनाने का वादा किया। राहुल ने गुजरात में फिक्स वेतन प्रणाली को ‘‘अनुचित’’ करार देते हुए कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने पर इसे बदला जाएगा।