ब्लैक गोल्ड के लिए बदनाम हो चुके जिला चंबा में नशा माफिया पर शिकंजा कसने कोशिशे जारी हैं। यही कारण है कि एंटी नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो और स्थानीय पुलिस ने मिलकर पिछले दस दिनों के भीतर 13 किलोग्राम चरस जिले के विभिन्न हिस्सों में पकड़ी साथ ही पांच तस्करों को भी गिरफ्तार किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीरेद्र ठाकुर का कहना है कि पुलिस ने चरस तस्करी के संवेदनशील रास्तों पर चैकसी बढ़ाते हुए नाकेबंदी का हरेक वाहन व व्यक्ति की तलाशी लेने का अभियान चला रखा है। पुलिस का दावा है कि कैरियरों के माध्यम से इस काले कारोबार में जुटी कई बड़ी मछलियों के नाम पता चले हैं, जिन्हें दबोचने के लिए रणनीति तैयार की जा रही है।
पुलिस ने बीते दस दिनों के भीतर चरस की सबसे बड़ी खेप सलूणी उपमंडल के भांदल गांव के पास पकड़ी। पुलिस ने भांदल में सात किलोग्राम चरस सहित तस्कर को दबोचा। इसके बाद पुलिस ने सलूणी- मंजीर मार्ग पर ही एक किलो छह सौ ग्राम चरस सहित तस्कर को पकड़ा।
22 नवंबर को पुलिस ने बहुउद्ददेशीय बैरियर पर पंजाब के एक तस्कर को तीन किलो एक सौ अस्सी ग्राम चरस की खेप सहित गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। इसी दिन पुलिस ने तीसा मुख्य मार्ग पर एक किलो एक सौ तीस ग्राम चरस समेत दो तस्करों को दबोचा। पुलिस इन तस्करों से पूछताछ में जुटी हुई है।