स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह ने कहा कि बच्चों की प्रतिभा को निखारने के लिए भविष्य में कला जगत के वरिष्ठ कलाकारों को भी आमंत्रित किया जाएगा। विजय शाह भोपाल के इंदिरा गांधी मानव संग्रहालय में राष्ट्रीय बालरंग समारोह को संबोधित किया। बालरंग समारोह विभिन्न राज्यों के बच्चों ने अपने-अपने राज्यों की संस्कृति के अनुरूप आकर्षक लोक-नृत्य प्रस्तुत किए।
राष्ट्रीय बालरंग समारोह में 26 राज्यों के करीब 600 और प्रदेश के स्कूलों के करीब 10 हजार बच्चे भागीदारी कर रहे हैं। स्कूल शिक्षा मंत्री शाह ने कहा कि बालरंग समारोह पूरी तरह से बच्चों के लिए किया जाता है। इस बार नए प्रयोगों के साथ बालरंग का आयोजन किया गया है। जहां एक ओर छात्र सांस्कृतिक और साहित्यिक प्रतियोगिताओं में अपना हुनर दिखा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बच्चे ही शेफ के रूप में फूड स्टॉल्स पर लोगों को अलग-अलग व्यंजनों से रूबरू करा रहे हैं।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि छात्रों में प्रतिभा के विकास के लिए उन्हें मंच संचालन, मंच एवं कार्यक्रम प्रबंधन, पत्रकारिता जैसे व्यक्तित्व विकास के पहलुओं से भी परिचित कराया जा रहा है। बाल-पत्र का प्रकाशन छात्र पत्रकारों ने इसी उद्देश्य से किया है। बालरंग समारोह में सुरक्षा एवं अनुशासन का कार्य एनसीसी कैडेट्स एवं स्काउट गाइड के जिम्मे ही सौंपा गया है।
देश द्वारा की गई प्रगति की जानकारी
इंदिरा गांधी मानव संग्रहालय के निदेशक सरित कुमार चौधरी ने कहा कि देशभर के विभिन्न राज्यों से आए बच्चे संग्रहालय को देखें और यहां की विरासत के बारे में अपने राज्यों में जाकर अन्य बच्चों को भी बताएं, जिससे वे भी भविष्य में भोपाल आ सकें।
इंदिरा गांधी मानव संग्रहालय के निदेशक सरित कुमार चौधरी ने कहा कि देशभर के विभिन्न राज्यों से आए बच्चे संग्रहालय को देखें और यहां की विरासत के बारे में अपने राज्यों में जाकर अन्य बच्चों को भी बताएं, जिससे वे भी भविष्य में भोपाल आ सकें।
विभिन्न राज्यों की संस्कृति, सभ्यता से परिचित
स्कूली बच्चों के लिये प्रति वर्ष किए जाने वाले आयोजन का उद्देश्य स्थानीय बच्चों को विभिन्न राज्यों की संस्कृति, सभ्यता, रहन-सहन, खान-पान इत्यादि से परिचित कराने के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में देश द्वारा की गई प्रगति की जानकारी प्रदान करना है, ताकि बच्चों में नेतृत्व, प्रबंधन, टीम भावना विकसित की जा सके।
नागालैंड के बच्चों ने दी जिलियोंग डांस की प्रस्तुति
कार्यक्रम में संचालक लोक शिक्षण अंजू पवन भदौरिया और अपर संचालक डी.एस. कुशवाह भी मौजूद थे। राष्ट्रीय बालरंग समारोह में उत्तर प्रदेश के छात्रों ने अवधि लोक-नृत्य, अरुणाचल प्रदेश के बच्चों ने मुक्कों, लोक-नृत्य, असम के छात्रों ने बगरूबा डांस, जम्मू-कश्मीर के छात्रों ने डोंगरी लोक-नृत्य, नागालैंड के बच्चों ने जिलियोंग डांस की प्रस्तुति दी।
9 राज्यों के बच्चों ने दी प्रस्तुतियां
गुजरात के छात्रों ने पूरे उत्साह के साथ गरवा लोक-नृत्य, जय अंबे-जय अंबे की प्रस्तुति दी। मध्यप्रदेश के बच्चों ने बुंदेलखंड का बधाई लोक-नृत्य प्रस्तुत किया। राष्ट्रीय स्कूल बैंड प्रतियोगिता में 9 राज्यों के बच्चों ने बालक एवं बालिका वर्ग में प्रस्तुतियां दी।
कार्यक्रम में संचालक लोक शिक्षण अंजू पवन भदौरिया और अपर संचालक डी.एस. कुशवाह भी मौजूद थे। राष्ट्रीय बालरंग समारोह में उत्तर प्रदेश के छात्रों ने अवधि लोक-नृत्य, अरुणाचल प्रदेश के बच्चों ने मुक्कों, लोक-नृत्य, असम के छात्रों ने बगरूबा डांस, जम्मू-कश्मीर के छात्रों ने डोंगरी लोक-नृत्य, नागालैंड के बच्चों ने जिलियोंग डांस की प्रस्तुति दी।
9 राज्यों के बच्चों ने दी प्रस्तुतियां
गुजरात के छात्रों ने पूरे उत्साह के साथ गरवा लोक-नृत्य, जय अंबे-जय अंबे की प्रस्तुति दी। मध्यप्रदेश के बच्चों ने बुंदेलखंड का बधाई लोक-नृत्य प्रस्तुत किया। राष्ट्रीय स्कूल बैंड प्रतियोगिता में 9 राज्यों के बच्चों ने बालक एवं बालिका वर्ग में प्रस्तुतियां दी।