भोपाल में कोलार की जनता को बड़ा गिफ्ट मिला। 37 साल से पानी का इंतजार कर रहे इस इलाके में आखिरकार तय डेडलाइन पर पानी पहुंच गया। अरसे से टैंकर और बोरवेल के जरिए प्यास बुझा रही इस इलाके की तकरीबन 3 लाख की आबादी के घरों के नलों से अब पानी निकलेगा। सोमवार को दिन में कई बार पानी की सप्लाई की टेस्टिंग हुई। दो जगह लीकेज हुए। आखिरकार रात 10:30 टंकियां भरनी शुरू हो गईं। अभी रॉ वॉटर की सप्लाई की गई है। इसे साफ कर घरों में पहुंचाया जाएगा। कोलार में इस पानी सप्लाई के लिए केरवा डैम पर फिल्टर प्लांट बनाया गया है। यहां से 12 किमी लंबी पाइप लाइन बिछाई गई है। यहां से रोजाना 26 मिलियन लीटर (एमएलडी) पानी सप्लाई होगा।
पहले चरण में पांच में से दो पैलेस आर्चर्ड और दशहरा मैदान की टंकियां तैयार हैं। इन दोनों टंकियों से जुड़े दो हजार परिवारों को पानी मिलेगा। इसके साथ ही अन्य टंकियों से भी पाइप लाइन जोड़ने और नए क्षेत्रों में पाइप लाइन बिछाने का काम भी जारी है। अगले कुछ महीनों में पूरे क्षेत्र में नलों से पानी सप्लाई शुरू हो जाएगी। अभी अगले पांच दिन तक टेस्टिंग का क्रम जारी रहेगा। कोलार क्षेत्र के जलसंकट का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिसंबर के महीने में ही बोरिंग जवाब दे रही हैं। गर्मी में तो पूरे क्षेत्र में टैंकर से ही पानी सप्लाई होता है। 60000 परिवार हर महीने केवल पानी पर ही कम से कम एक हजार रुपए खर्च करते हैं। कुल मिला कर यह आंकडा़ 6 करोड़ रुपए तक पहुंच जाता है