बड़ी बात ये है कि जयराम की टीम में महेंद्र ठाकुर, सरवीण चौधरी और किशन कपूर को छोड़कर सभी नए चेहरे शामिल किए गए है। नए चेहरों में डा. राजीव सहजल, विक्रम सिंह, डा. रामलाल मार्कंडेय, विपिन सिंह परमार, वीरेंद्र कंवर, गोविंद सिंह आदि शामिल है। हिमाचल की नई सरकार में कई पूर्व मंत्रियों का पत्ता साफ हो गया है। मंत्री पद की रेस से जुब्बल कोटखाई के विधायक और पूर्व में बागवानी मंत्री रहे नरेंद्र बरागटा को मंत्री नहीं बनाया गया है, जोकि एक बड़ा झटका है। इनकी जगह जिला शिमला से सुरेश भारद्वाज को मंत्री बनाया गया है।
इसी तरह पूर्व में मंत्री रहे भजपा विधायक रमेश ध्वाला को भी मंत्री पद नहीं मिला। रमेश ध्वाला पूर्व में खाद्य आपूर्ति मंत्री पद पर रहे हैं। हालांकि किशन कपूर को मंत्री बनाया गया हैं। वहीं सरकार सरकार के बनते ही अतिरिक्त मुख्य सचिव मनीषा नंदा को सीएम जयराम ठाकुर का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया है। इस संबंध में अधिसूचना जारी हो गई है। मनीशा नंदा प्रदेश की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैंवहीं, हिमाचल के नए सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि बहुत खुशी होती अगर आज पिताजी साथ होते। ठाकुर ने कहा- एक साल पहले वो हमे छोड़कर चले गए।
उन्होंने कहा कि माता जी अस्वस्थ है, पर उनका आर्शिवाद है और ये मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। जयराम ने कहा कि लोगों ने भाजपा पर विश्वास किया है, हम उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे।वहीं नाहन से भाजपा विधायक राजीव बिंदल को मंत्री तो नहीं बनाया है। उनकी ताजपोशी विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर हुई। बिंदल पूर्व में स्वास्थ्य मंत्री रहे हैं और प्रदेश के बड़े नेता माने जाते हैं। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मंत्री पद के लिए उनका नाम नहीं आने से हर कोई ये मान रहा था कि बिंदल का पत्ता साफ हो गया है। लेकिन समारोह के बाद तेजी से बदले घटनाक्रम के बीच डा. राजीव बिंदल को विधानसभा अध्यक्ष नियुक्त किया गया। इसको लेकर भाजपा की ओर से ईमेल जारी की गई