सीबीआई ने दिल्ली के रोहिणी इलाके में आध्यात्मिक विश्वविद्यालय नाम की संस्था के वीरेंद्र देव दीक्षित के आश्रम से 41 लड़कियों को छुड़ाया था। उसके बाद से देशभर में उनके आश्रम सवालों के घेरे में आ गए। इधर दो दिन पहले इंदौर के आश्रम में पुलिस के छापे के बाद भोपाल के आश्रम में भी हलचल शुरू हो गई। पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए भोपाल के साकेत नगर स्थित आश्रम से जुड़े सदस्यों ने गोविंदपुरा पुलिस को विश्वविद्यालय में रहने वालों की जानकारी और उनके कागजात दे दिए। इसमें उन्होंने बताया कि उनके यहां जम्मू और पश्चिम बंगाल की चार बहनें रह रही हैं। यह सभी 26 साल से लेकर 31 साल तक की हैं
साकेत नगर निवासी आश्रम के सदस्य भुवेंद्र शर्मा ने बताया कि रात 2 बजे से सुबह 6 बजे तक बहनें ध्यान करती हैं। उसके बाद उनकी क्लास होती है। इसमें वीरेंद्र देव दीक्षित के प्रवचनों की सीडी चलाई जाती है। कुंवारी कन्याओं को बहनें और शादीशुदा महिलाओं को माता कहते हैं। अंतिम बार वीरेंद्र देव छह महीने पहले भोपाल आए थे, जबकि दो महीने पहले सीहोर में एक सतसंग किया था। भोपाल के अलावा मध्यप्रदेश के बैतूल, सीहोर, इंदौर और जबलपुर में विश्वविद्यालय है। इसका कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है। यह सिर्फ संस्था का नाम है।
साकेत नगर निवासी आश्रम के सदस्य भुवेंद्र शर्मा ने बताया कि रात 2 बजे से सुबह 6 बजे तक बहनें ध्यान करती हैं। उसके बाद उनकी क्लास होती है। इसमें वीरेंद्र देव दीक्षित के प्रवचनों की सीडी चलाई जाती है। कुंवारी कन्याओं को बहनें और शादीशुदा महिलाओं को माता कहते हैं।अंतिम बार वीरेंद्र देव छह महीने पहले भोपाल आए थे, जबकि दो महीने पहले सीहोर में एक सतसंग किया था। भोपाल के अलावा मध्यप्रदेश के बैतूल, सीहोर, इंदौर और जबलपुर में विश्वविद्यालय है। इसका कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है। यह सिर्फ संस्था का नाम है।