केंद्रीय सड़क परिवहन एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी शुक्रवार को सरकार की फ्लैगशिप सागरमाला परियोजना के तहत असम के ब्रह्मपुत्र नदी में राष्ट्रीय जलमार्ग-2 पर सीमेंट मालवाहक जलपोत को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। दो जलपोतों के कुल क्षमता 200 टन हैं। यह 400 टन सीमेंट लेकर अंतदेर्शीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) के पांडु बंदरगाह से 255 किलोमीटर की दूरी पर स्थित धुबरी के लिए रवाना होगी।
एन डब्ल्यू-2 के माध्यम से पंडु से धुबरी तक कागोर् परिवहन से प्रतिचक्र सड़क परिवहन के 1,50,000 टन किलोमीटर की और माल की लागत कम करने में 300 किलोमीटर सड़क यात्रा की बचत होगी। यह ध्यान देने योग्य है कि एक हॉर्स पावर द्वारा सड़क से 150 किलोग्राम और रेल से 500 किलोग्राम ढुलाई हो सकती है जबकि जलमार्ग से 4000 किलोग्राम माल ढोया जा सकता है। 1 लीटर इन्धन से सड़क से 24 टन प्रति किलोमीटर, रेल से 85 टन किलोमीटर तथा जलमार्ग से 105 टन प्रति किलोमाटर माल ढोया जा सकता है।
अपनी यात्रा के दौरान गडकरी माजुली द्वीप के किनारों के संरक्षण कार्य की आधारशिला भी रखेंगे।