पहली बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची विदर्भ ने इस साल से फाइनल मुकाबले में शुरुआत भी बहुत ही उत्साहभरी की है. जहां सेमीफाइनल में रजनीश गुरबानी ने कर्नाटक से सेमीफाइनल मुकाबला अपने बूते छीन लिया था, तो इस बार विदर्भ के एक और युवा गेंदबाज आदित्य ठाकरे ने पहले ही दिन उपस्थिति जताई है. लेकिन सुबह के सेशन का बड़ा आकर्षण विदर्भ के ऑफ स्पिनर अक्षय अनिल वाखड़े का गौतम गंभीर (15) का विकेट रहा, जिसने उन्हें जिंदगी भी यादों में बस जाने वाली उपलब्धि प्रदान की. खबर लिखे जाने तक दिल्ली के 4 विकेट पर सौ रन बन चुके थे.
विदर्भ ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी. और आदित्य ठाकरे ने पहली ही ओवर में दिल्ली को झटका दिया, जब कुणाल चंदेला बिना खाता खोले ही पैवेलियन लौट गए, जब गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेती ही पहली स्लिप में खड़े फैज फजल के हाथों में जा जमाई. इसी बीच विदर्भ के ऑफ स्पिनर अक्षय वाखड़े ने एक बड़ा कारनामा किया. फैज फजल ने उन्हें गेंद थमाकर बड़ा कारनामा किया. और उन्होंने गंभीर को आउट कर दिल्ली को बड़ा झटका देते हुए बड़ी उपलब्धि हासिल की.दिल्ली इन झटकों से उबरने की कोशिश कर ही रहा था कि दोबारा आक्रमण पर लगाए गए आदित्य ठाकरे नीतीश राणा को एलबीडब्ल्यू चलता कर दिल्ली का स्कोर 3 विकेट पर 65 रन कर दिया है. अब दिल्ली को बड़ा स्कोर देने की जिम्मेदारी कप्तान ऋषभ पंत पर थे, लेकिन ऋषभ एक बार फिर से नाकाम रहे और वह पहली पारी में सिर्फ 21 रन ही बना सके.
फाइनल मुकाबले के पहले दिन के शुरुआती सेशन में विदर्भ के ऑफी अक्षय वाखडे़ कभी भारत के लिए खेलें या न खेलें, लेकिन उन्होंने गौतम गंभीर का विकेट लेकर ताउम्र याद रखने वाली उपलब्धि हासिल की. गौतम का विकेट उनके करियर का 200वां प्रथम श्रेणी विकेट बन गया.