विश्व विख्यात छिन्न मस्तिका धाम चिंतपूर्णी का नाम अब भारतीय रेल विभाग के मानचित्र पर भी उभर कर सामने आया है। रेल विभाग के प्रयास से न सिर्फ देश के विभिन्न हिस्सों से मां के श्रद्धालु रेल मार्ग से मां चिंतपूर्णी के दर्शनों के लिए आ सकेंगे, बल्कि निर्माणाधीन अंब-तलवाड़ा ब्राडगेज रेल लाइन पर अंब के बाद कुनरेन गांव में मां चिंतपूर्णी रेलवे स्टेशन बन के तैयार हो चुका है। जल्द ही इस Railway Station का विधिवत शुभारंभ किया जाएगा और अंब के बाद रेल अब दौलतपुर चौक तक पहुंच जाएगी। गौरतलब है कि सड़क नेटवर्क विस्तार से पहले पंजाब की ओर से आने वाले मां के श्रद्धालु वाया कुनेरन होकर मां चिंतपूर्णी के दरबार में पहुंचते थे।
कुनेरन से मां चिंतपूर्णी को जाने वाले पैदल रास्ते से यह सफर महज सात किलोमीटर का था। विकास का पहिया घूमता रहा और मां चिंतपूर्णी दरबार भी सड़क मार्ग से जुड़ गया लेकिन पंजाब से चिंतपूर्णी को जाने वाला मार्ग मुबारिकपुर से निकाले जाने के कारण कुनेरन से जाने वाले पैदल मार्ग को भुला दिया गया। इसके कारण पैदल सड़क मार्ग भी खत्म हो गया जबकि सड़क मार्ग से चिंतपूर्णी पहुंचने का सफर लंबा हो गया। पहले जहां कुनेरन से मां चिंतपूर्णी दरबार महज सात किलोमीटर दूर था अब सड़क मार्ग से चिंतपूर्णी कुनेरन से करीब 21 किलोमीटर दूर है।
रेल विभाग द्वारा जब अंब-तलवाड़ा ब्रॉडगेज रेल लाइन का निर्माण कार्य शुरू किया तो इतिहास के पन्नों में दफन हो चुके मां के दरबार को जाने वाले इस पुराने मार्ग के नाम ही कुनेरन में बनने वाले रेलवे स्टेशन का नाम माता चिंतपूर्णी मार्ग रेलवे स्टेशन रखने का निर्णय लिया था। रेल विभाग के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि कुनेरन में बनने वाले रेलवे स्टेशन का नाम माता चिंतपूर्णी मार्ग रेलवे स्टेशन ही रखा गया है और इसका निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चूका है जल्द ही इसका शुभांरभ किया जाएगा। वहीं गगरेट के विधायक राजेश ठाकुर ने बताया कि वह जल्द ही इस विषय को लेकर रेल मंत्री से मुलाकात कर जल्द ही रेल सेवा को दौलतपुर चौक तक ले जाने व मां चितपूर्णी मार्ग व दौलतपुर चौक रेलवे स्टेशन के शुभारंभ को लेकर समय लेगें ताकि इस क्षेत्र के लोगों को रेल सेवा का लाभ मिल सके।