प्रदेश में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना उद्योग लगाने वाले युवाओं के लिये काफी मददगार साबित हो रही है। इस योजना से नरसिंहपुर जिले के गोटेगाँव की श्रीमती कामिनी कुशवाहा भी सफल उद्यमी बन गई हैं।
श्रीमती कामिनी ने बी.कॉम. तक शिक्षा प्राप्त की थी। उनकी इच्छा थी कि वे परिवार में आर्थिक रूप से सहयोग करें। श्रीमती कुशवाहा उस परिवार से ताल्लुक रखती हैं, जहाँ इलेक्ट्रिक रिपेयरिंग का काम होता है। घर में लगातार काम देखते-देखते उनकी भी इलेक्ट्रिक के काम में रुचि हो गई। हाल ही के वर्षों में ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में सीएफएल बल्बों की माँग ज्यादा बढ़ गई। परिवार में सलाह मश्वरे के बाद उन्होंने सीएफएल बल्ब निर्माण इकाई लगाने का निर्णय लिया।
श्रीमती कामिनी कुशवाहा के हौसले को देखते हुए जिला उद्योग केन्द्र नरसिंहपुर ने उनके प्रकरण का परीक्षण करवाया और 15 लाख रुपये का ऋण प्रकरण बैंक ऑफ इण्डिया को भेजा। आज उनकी निर्माण इकाई में 3 वॉट से लेकर 18 वॉट तक के सीएफएल बल्ब का निर्माण किया जा रहा है। उनकी इकाई अब तक 25 हजार सीएफएल बल्बों का निर्माण कर चुकी है।
कामिनी कुशवाहा बताती हैं कि उनका ध्येय है कि गुणवत्तापूर्ण सीएफएल बल्ब का निर्माण हो और जन-सामान्य का उनमें विश्वास बढ़े। जल्द ही उनकी निर्माण इकाई में 50 वॉट तक के सीएफएल बल्ब का निर्माण होगा। आज वे जबलपुर संभाग के बाजारों में सीएफएल बल्ब बेच रही हैं। कामिनी कुशवाहा समय पर बैंक की किश्त भी अदा कर रही हैं। उनकी निर्माण इकाई में 5 लोगों को रोजगार भी मिल रहा है।