भारतीय थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि हम धीरे-धीरे हथियारों की आयात को कम करने की दिशा की ओर बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब इस बात को पुख्ता करने का समय आ गया है कि हम अगली लड़ाई अपने देश में बने हथियारों के दम पर लड़ें. जनरल रावत ने यह बात दिल्ली में आयोजित एक सेमिनार में कही है. गौरतलब है कि केंद्र मोदी सरकार आने के बाद से हथियारों के निर्माण को लेकर कई कदम उठाए गए हैं. कई कंपनियों से इस बात के समझौते किए गए हैं कि वह अपने उत्पादों का निर्माण भारत में ही करेंगी. सरकार ने हथियारों को देश में ही विकसित करने को काम को अपनी महत्वाकांक्षी योजना ‘मेक इन इंडिया’ से भी जोड़ा है. हाल ही में देश की ऑर्डिनेंस फैक्टिरियों के ऑर्डर को भी मंजूरी दी गई है.
आपको बता दें कि जनरल रावत अपने बेबाक बयानों के लिए भी जाने जाते हैं. कुछ दिन पहले ही उन्होंने पाकिस्तान को भी लताड़ा है. भारत के साथ शांति वार्ता का समर्थन करने वाले पाकिस्तानी सेना प्रमुख के बयान के बाद भारतीय थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने पाकिस्तानी सेना को आड़े हाथों लिया है. जनरल बिपिन रावत ने कहा कि पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई से ऐसा नहीं लगता कि पाकिस्तान भारत के साथ शांति चाहता है. भारतीय सेना की दक्षिणी कमान के युद्धाभ्यास हमेश विजयी की समीक्षा के दौरान बाड़मेर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में सेना प्रमुख ने ये बात कही थी. जनरल रावत ने कहा कि जिस तरह से पाकिस्तान सेना कार्रवाई कर रही है और जिस तरह से जम्मू-कश्मीर में आंतकवाद बढ़ रहा है, इससे ऐसा नहीं लगता. सेना प्रमुख से पूछा गया था कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने हाल ही में एक बयान में भारत के साथ शांति वार्ता में सहयोग की बात कही है