ऊना: जिला के क्रशर मालिकों और पुलिस प्रशासन के बीच में जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। क्रशर मालिकों ने पुलिस प्रशासन पर मनमर्जी से टिपरों और ट्रक चालकों के चालान करने के आरोप लगाते हुए पुलिस कार्यप्रणाली की निंदा की है। पिछले तीन दिनों से जिला भर के 28 क्रशरों पर कामकाज ठप चल रहा है।
क्रशरों में काम करने वाले कामगारों को भी घरों कर रास्ता दिखा दिया गया है। क्रशर मालिकों ने पुलिस की कार्यप्रणाली के विरुद्ध सवाल खड़े कर सोमवार को एडीएम सुखदेव को ज्ञापन सौंपा और उचित कार्रवाई करने की मंाग उठाई। संघ के जिलाध्यक्ष राजिंद्र कुमार ने कहा कि पिछले कई दिनों से ट्रक चालकों को ओवरलोडिंग के नाम पर परेशान किया जा रहा है। पुलिस सामान ले जाने के सारे बिल होने के बावजूद ट्रकों को पकड़कर बंद कर दिया गया है।
सभी क्रशर मालिकों के पास क्रशर लगाने की सारी मंजूरियां विभागों की ओर से ली हैं। खनन दिन की रोशनी में कायदे-कानूनों के अनुसार किया जा रहा है। हर क्रशर बिजली बिल के हिसाब से सरकार को करोड़ों रुपये की रॉयलटी और राजस्व अदा कर रहे हैं। बेरोजगारों को रोजगार भी दिया गया है। सभी क्रशरों को पर्यावरण विभाग से स्वीकृति भी मिली हुई है। उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से की जा रही कार्रवाई निंदनीय और गलत है। इस बारे में शीघ्र उचित कार्रवाई अमल में लाए जाए ताकि ट्रक मालिकों को न्याय मिल सके। एडीएम सुखदेव ने कहा कि इस मामले को लेकर शीघ्र उचित कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर सतीश कुमार, वीरेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, रविंद्र ढिल्लों, रमन पाठक, कुनाल सहित अन्य उपस्थित रहे।