प्रथम प्रवासी सांसद सम्मेलन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि किसी को जबरदस्ती तो किसी को बहला फुसलाकर यहां से ले जाया गया था, लेकिन आपका एक अंश आज भी यहां है. पीएम मोदी ने कहा कि लोगों की उम्मीद बढ़ी है और भारत में कारोबारी माहौल सुधरा है. आज वर्ल्ड बैंक, मूडीज जैसी संस्थाएं भारत की और देख रही है. उन्होंने कहा कि भारत की ग्लोबल रैंकिंग सुधरी है. उन्होंने कहा कि हर काम की रफ्तार पहले से डबल है और जीएसटी से टैक्स का जंजाल खत्म किया है
2019 का लोकसभा चुनाव जीतने के लिए बीजेपी का प्लान ‘
विश्वयुद्ध में 1.5 लाख भारतीय शहीद हुए
यमन में फंसे लोगों को निकाला
भूकंप के समय नेपाल के साथ थे
भ्रष्टाचार पर काबू पाया गया है
सबसे अधिक निवेश बीते तीन साल में हुआ है
हर सेक्टर में सुधार आया है
नौजवानों के लिए कई योजनाएं
स्वरोजगार के लिए मुद्रा योजना
विदेश मंत्रालय में सचिव (वाणिज्यिक, पासपोर्ट, वीजा और प्रवासी भारतीय) डी. एम. मुले ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है. प्रथम प्रवासी सांसद सम्मेलन में 23 देशों के भारतीय मूल के 140 से अधिक सांसद और मेयर के शामिल होने की उम्मीद है प्रवासी भारतीय केंद्र में आयोजित होने वाले इस सम्मेलन का उद्देश्य प्रवासी भारतीयों से संपर्क के जरिए इन देशों से संबंध मजबूत बनाना है.
इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिये 30 देशों को आमंत्रण भेजा गया था और 23 ने अपनी भागीदारी की पुष्टि की है. इन देशों से कुल 141 जन प्रतिनिधियों के भाग लेने का कार्यक्रम है. ब्रिटेन, कनाडा, फिजी, केन्या, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, श्रीलंका और अन्य देशों से 124 सांसदों के इसमें भाग लेने का कार्यक्रम है. इस सम्मेलन में अमेरिका, मलेशिया, स्विटजरलैंड, गुयाना, त्रिनिदाद एवं टोबैगो सहित अन्य देशों से 17 मेयर के भी यहां दिन भर के कार्यक्रम में शरीक होने का कार्यक्रम है. श्रीलंका को छोड़ कर किसी अन्य दक्षेस देश को आमंत्रण नहीं भेजा गया.