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बस हादसा: फुटेज में खिलखिलाते दिखे मासूम, धमाके के साथ सब सड़क पर बिखर गया..

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इंदौर. बस स्टार्ट होने से लेकर उसके डिवाइडर से टकराने तक की घटना कैद है। स्कूल से बस रवाना होने से पहले कुछ बच्चे हंसी-खुशी उसमें घर जाने के लिए चढ़ते दिख रहे हैं। एक बच्ची टिफिन से कुछ खाती दिख रही है। उसके पास बैठी बच्ची खिड़की से बाहर देख रही है। हादसे में जान गंवाने वाली हरमीत कौर और कृति अग्रवाल बस के आगे के हिस्से में बैठी हैं। अन्य बच्चे हंसते- खिलखिलाते दिख रहे हैं। ड्राइवर राहुल फुटेज में नजर नहीं आया, क्योंकि कैमरा उसकी सीट के पीछे लगा था।

फुटेज में दिख रहा है कि बायपास पर पहुंचते ही ड्राइवर ब्रिज के डिवाइडर से सटाकर बस चला रहा है।
बस की स्पीड भी तेज है। जैसे ही डिवाइडर से बस का पहिया टकराता है, कैमरा टूटकर गिर जाता है और फुटेज क्लोज हो जाते हैं। फुटेज देखने के बाद पुलिस ने इसे सील कर दिया है। अब इन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। उस दिन बस में सवार डीपीएस स्कूल के स्टूडेंट पार्थ बाशानी के हाथ में फ्रैक्चर है, सिर में अंदरूनी चोट है, वह प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती है।

पार्थ ने बताया, “उस दिन कंडक्टर की सीट खाली दिखी तो मैं वहीं जाकर बैठ गया। स्कूल से बस निकली। दो ब्रिज पार हो चुके थे। तीसरे पर पहुंची और बुरी तरह लहराने लगी। डिवाइडर को कूदकर उस पार चली गई। हॉर्न बजाता, जोरदार ब्रेक लगाता हुआ ट्रक आया और ड्राइवर वाली साइड से टकरा गया। ऐसा धमाका हुआ कि कानों में तेज सीटी बजने लगी। श्रुति, कृति और स्वस्तिक रोड पर खून से लथपथ दिखे। मैं देख सब रहा था। कुछ बोल भी रहा था, लेकिन वह बात मेरे दिमाग तक नहीं जा रही थी। आंखों के आगे अंधेरा छाने लगा। कब बेहोश होकर गिर पड़ा, पता ही नहीं चला। बस में सवार एक अन्य स्टूडेंट शिवांग चावला का भी प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। उसके हाथ में चोट है।

शिवांग ने बताया, “स्वस्तिक और मैं बस तक साथ-साथ आए। बस खाली थी तो बातचीत के लिए पीछे की सीटों पर जाकर बैठ गए। हम हंसी-ठिठोली कर रहे थे। बायपास पर किसी का स्टॉप नहीं था, लेकिन बस कुछ देर के लिए रुकी जरूर थी। बस फिर चल दी। उसकी स्पीड भी रोज जैसी थी। तभी मुझे नींद सी लग गई। अचानक जोर का झटका लगा। आंख खुली तो देखा स्वस्तिक सीट से उछलकर सीधे रोड पर जा गिरा। कुछ समझ ही नहीं आया कि हुआ क्या। कुछ दोस्तों के कराहने की आवाज आ रही थी।” सोमवार को डीपीएस के प्रिंसिपल सुदर्शन सोनार और स्टाफ के कुछ मेंबर हादसे में जान गंवा चुकी कृति अग्रवाल के घर सांत्वना जताने पहुंचे।

हालांकि, बातचीत के दौरान एक स्टाफ मेंबर ने परिजन से कहा कि आप लोग सारी बातें मीडिया के सामने लाना बंद कर दीजिए। ये सुनते ही वहां मौजूद तमाम रिश्तेदार सन्न रह गए।
से हुई चर्चा में कृति के नाना ओमप्रकाश सांघी ने कहा कि सोमवार को प्रिंसिपल समेत 10 लोगों का स्टाफ घर आया था। हमने उनके सामने अपनी बात रखी तो वे हमें ही कहने लगे कि आप लोग ये नाटक क्यों कर रहे हैं? इस पर मैंने सख्त लहजे में कहा कि आपको ये नाटक लग रहा है, तब जाकर उन्होंने सॉरी कहा।

इस मामले में भास्कर ने प्राचार्य सोनार से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि हम बच्चों के परिवारवालों से मिलने गए थे। नाटक वाली बात पर उनसे जवाब मांगा तो उन्होंने फोन काट दिया। बस हादसे में स्कूल मैनेजमेंट पूरी तरह से सवालों के घेरे में है। बसों में स्पीड गवर्नर के साथ छेड़छाड़ से लेकर खटारा बसों की शिकायत के बाद भी नहीं बदलने जैसे आरोपों पर मैनेजमेंट कोई जवाब नहीं दे सका है।
भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जो स्कूल नियम न माने, उसकी मान्यता रद्द की जाए।

डीपीएस की जिस बस के एक्सीडेंट में चार बच्चे और ड्राइवर की जान चली गई, उसका स्टेयरिंग फेल नहीं हुआ था। यह बात एएसपी की जांच में सामने आया। एएसपी प्रशांत चौबे ने 24 घंटे में की गई जांच की रिपोर्ट सोमवार को अधिकारियों को सौंप दी है। इसमें उन्होंने बताया कि हादसे की मुख्य वजह बस की तेज रफ्तार है। दो अन्य बिंदुओं पर जांच जारी है कि क्या ड्राइवर राहुल सिसौदिया बस चलाते वक्त मोबाइल पर बात कर रहा था? या उसे झपकी आई, जिससे बस बेकाबू हुई और हादसे का शिकार हो गई? क्योंकि पुलिस को उसके परिजन से पता चला था कि राहुल को छुट्टी के दिन स्कूल से बस ले जाने के लिए बुलाया था। वह किसी प्रोग्राम से लौटा था। ऐसे में शायद वह काफी थका हुआ था।

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