स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव प्रबोध सक्सेना ने कहा कि मरीजों को रेफर का मामला गंभीर है। किन परिस्थितियों में मरीजों को रेफर किया जा रहा है, चिकित्सकों से जवाब मांगा जाएगा। मंगलवार को विशेष सचिव प्रबोध सक्सेना ने ऊना अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मरीजों का कुशलक्षेम भी जाना।
उन्होंने कैंसर पीड़ित मरीजों से मुलाकात कर इलाज के बारे में पूछा। अस्पताल में कैंसर रोगियों के लिए विशेष वार्ड स्थापित किया गया है। अचानक पहुंचे विशेष सचिव के दौरे के चलते अस्पताल में व्यवस्थाएं सुचारु दिखीं। अस्पताल को चकाचक किया गया था। विशेष सचिव ने अस्पताल के दौरे के उपरांत अधिकारियों व डॉक्टरों से मुलाकात कर अस्पताल का ब्यौरा लिया।
इस दौरान जिलाधीश विकास लाबरू, एसपी दिवाकर शर्मा, सीएमओ डॉ. प्रकाश दड़ोच सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। विशेष सचिव स्वास्थ्य प्रबोध सक्सेना ने कहा कि डॉक्टरों की कमी ऊना की ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश की समस्या है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 600 के करीब चिकित्सकों के पद रिक्त है। इन्हें लगातार भरने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करना ही सरकार का लक्ष्य है। वहीं विशेष सचिव स्वास्थ्य प्रबोध सक्सेना ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा ऊना अस्पताल में 100 बेड के इजाफे की घोषणा पर कहा कि ओपीडी और आईपीडी को देखा जाएगा। विस्तारीकरण की जरूरत हुई, तभी इस प्रपोजल को आगे बढ़ाया जाएगा। फिलहाल लक्ष्य मुहैया सुविधाओं को मजबूत करना है।