देश की राजधानी दिल्ली में डीजल के दाम अब तक के सारे रिकॉर्ड्स को तोड़ दिया है। जबकि, अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमत 68 डॉलर प्रति बैरल से भी ऊपर पहुंच गई है, जो मई 2015 के बाद से उच्चतम स्तर पर है। केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने मंगलवार को बताया कि आम लोगों को राहत पहुंचाने की अब जिम्मेदारी राज्य सरकार के ऊपर निर्भर है।
राज्य सरकार दे लोगों को राहत- धर्मेंन्द्र प्रधान
उन्होंने कहा- “सिर्फ केन्द्र सरकार ही नहीं इसके ऊपर टैक्स लगाती है। राज्य सरकारें भी पेट्रोल और डीजल पर टैक्स लगाती है। केन्द्र ने प्रति लीटर 2 रूपये एक्साइज ड्यूटी में कटौती की है। अब राज्य सरकार को भी अपना वैट कम कर अपनी चिंता जाहिर करनी चाहिए।”
डीजल ने तोड़ा दिल्ली में रिकॉर्ड
कच्चे तेल में लगातार बढ़ोत्तरी के चलते कई शहरों के पेट्रोल पंपों ने अपने दाम में इजाफा किया है। दिल्ली में डीजल ने अब तक का सारा रिकॉर्ड तोड़ते हुए 60.66 के पार पहुंच गया है। पेट्रोल भी 70.53 रूपये तक पहुंच चुका है। इसकी मुख्य वजह है अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमतों का बढ़ना। अंतर्राष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 68.29 प्रति डॉलर को छूने के बाद इसका दाम 68.13 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। यूएस बेंचमार्क डब्ल्यूटीआई की कीमत भी 47 फीसदी बढ़कर 62.20 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई है जो मई 2015 के बाद सर्वाधिक है।