प्रदेश के विभिन्न प्राइमरी स्कूलों में ग्रामीण विद्या उपासक से नियमित हुए अध्यापकों को डीएलएड का कोर्स नहीं करना पड़ेगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ मिले ग्रामीण विद्या उपासक संघ (नियमित जेबीटी) को इस संबंध में सीएम ने आश्वासन दिया है। ग्रामीण विद्या उपासक संघ के प्रदेशाध्यक्ष हेमराज ठाकुर की अध्यक्षता में मिले प्रतिनिधिमंडल ने सीएम को अपना मांगपत्र सौंपा।
हेमराज ठाकुर ने बताया कि ग्रामीण विद्या उपासक से नियमित हुए जेबीटी अध्यापकों को एनआईओएस से डीएलएड के प्रशिक्षण को पंजीकरण करवाने के लिए आदेश जारी हुए हैं, जो न्यायसंगत नहीं हैं। क्योंकि ग्रामीण विद्या उपासक 2009-10 में ही डाइट से ही जेबीटी का कैंडेसड कोर्स पास कर चुके हैं।इसके बाद 2011 में वह नियमित हुए हैं। ऐसे में अब इन अध्यापकों से डीएलएड का कोर्स करवाना न्यायसंगत नहीं है। वहीं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मौके पर ही शिक्षा सचिव को इस संबंध में कार्यवाही करने के आदेश दिए। इस मौके पर संघ के जिला मंडी अध्यक्ष जोध सिंह ठाकुर, कांगड़ा अध्यक्ष सुशील सिहोत्रा, कुल्लू दलजीत ठाकुर, चंबा अशोक शर्मा, प्रदेश कार्यकारिणी संगठन सचिव राजमल चौहान, मनोहर शर्मा, यशपाल शर्मा, कार्यालय सचिव तिलक राज, राकेश, हुजती राम, कुलवंत सिंह, मदन लाल और करतार सिंह आदि मौजूद रहे।