कार्टोसैट-2 अंतरिक्ष में भारत की ‘आंख’ बनेगा और इसके जरिए आसमान से धरती पर नज़र रखी जा सकती है और हाई क्वालिटी इमेज भेजी जा सकेगी. इसरो की इस सफलता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर इस कामयाबी पर इसरो को बधाई दी है.पीएम मोदी ने कहा है कि आज PSLV के सफल लॉन्च पर इसरो और उसके वैज्ञानिकों को तहे दिल से बधाई. नए साल पर देश की स्पेस टेक्नोलॉजी को और आगे ले जाने वाली इस कामयाबी से देश के नागरिकों, किसानों, मछुआरों आदि को फ़ायदा होगा. इसरो के द्वारा 100वां सैटेलाइट लॉन्च इसकी गरिमामयी उपलब्धियों और भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के उज्ज्वल भविष्य दोनों को दिखाता है.
कार्टोसैट-2 से सेना की ताक़त बनेगा कार्टोसैट-2 और दुश्मनों के ठिकानों पर नज़र रखेगा. इससे सैटेलाइट से नक़्शा बनाने में इस्तेमाल होगा और मौसम की सटीक जानकारी मिलेगी PSLV C-40 अपने साथ 31 सैटेलाइट लेकर उड़ा, जिसमें कार्टोसैट-2 सीरीज़ के निगरानी सैटेलाइट के अलावा एक भारतीय माइक्रो सैटेलाइट और एक नैनो सैटेलाइट है. 28 छोटे विदेशी सैटेलाइट भी अंतरिक्ष में भेजे गए, जिनमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ़्रांस, कनाडा, फ़िनलैंड और दक्षिण कोरिया के सैटेलाइट हैं… जिनमें अकेले अमेरिका के 19 सैटेलाइट हैं. आज जो सैटेलाइट लॉन्च किए गए उनमें भारत के लिहाज़ से सबसे अहम है कार्टोसैट-2 सैटेलाइट, जिसे आसमान में भारत की आंख कहा जा रहा है.