गुना में आयोजित भर्ती रैली से लौट रहे युवकों ने इंदौर-चंडीगढ़ एक्सप्रेस में सारे रास्ते हंगामा किया। अभद्रता कर रहे युवकों के तेवर देख यात्री सहमे बैठे रहे। ग्वालियर स्टेशन आने के पहले ही ये युवक एजी पुल के नीचे चेन पुलिंग कर उतर गए और भिंड जाने के लिए साधन तलाशते हुए गोला का मंदिर चौराहे पर पहुंचे। यहां भिंड के लिए बसें न मिलने पर युवकों ने टेंपो-ऑटो व ट्रक आदि रोककर ड्राइवरों से अभद्रता की। लगभग आधे घंटे से अधिक समय तक हंगामा करने के बाद पुलिस बल मौके पर पहुंचा। उनके आने से पहले ही युवक वहां से निकल लिए।
गुना से सेना भर्ती रैली से लौट रहे युवकों ने इंदौर-चंडीगढ़ एक्सप्रेस में 7 घंटे तक हंगामा किया। युवकों को हंगामा करता देख यात्री दहशत में आ गए। विरोध करने पर उपद्रवी युवक अभद्रता करने से भी नहीं चूके। युवकों ने हर पांच मिनट पर चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोका। रास्ते में पड़ने वाले खेतों से चने की फसल को उखाड़ लिया। इसकी शिकायत कुछ यात्रियों ने ट्विटर पर रेल मंत्री से भी की। लेकिन उन्हें कोई मदद नहीं मिल सकी। ग्वालियर स्टेशन आने से पहले ही युवक चेन पुलिंग कर ट्रेन से उतर गए। ट्रेन यहां 2 घंटे लेट आई।
सेना भर्ती से लौट रहे युवक गुरुवार दोपहर 2 बजे इंदौर-चंडीगढ़ एक्सप्रेस में सवार हुए। यात्रियों के अनुसार युवकों की संख्या करीब 3 हजार थी। यात्रियों ने बताया कि युवकों ने हर 5 मिनट पर चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोका। ट्रेन रुकने पर युवक ट्रेन से उतर जाते और खेतों में खड़ी चने की फसल को उखाड़कर ट्रेन में ले आते। युवक रास्ते भर कोचों में शोर-शराबा करते रहे। युवकों के उपद्रव के कारण सबसे बुरा हाल महिला और बच्चों का रहा। भीड़ के चलते यात्रियों को टॉयलेट तक पहुंचने में परेशानी का सामना करना पड़ा। ट्रेन रात 9 बजे ग्वालियर आई। ट्रेन में युवकों के उपद्रव की खबर मिलने पर जीआरपी और आरपीएफ स्टाफ ट्रेन आने से पहले प्लेटफार्म नंबर दो पर पहुंच गया।
यहां पहुंचने के बाद पता चला कि उपद्रवी युवकों ने ट्रेन को विवेकानंद नीडम के पास स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर रोक दिया। यहां पर युवक करीब 30 मिनट तक ट्रेन रोके रहे। आरपीएफ स्टाफ मौके पर पहुंचा। तब तक ट्रैक किनारे खड़े युवक फरार हो गए। इसके बाद युवकों ने एजी ऑफिस के पास चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक दिया और उतर गए। इसके बाद पड़ाव ओवर ब्रिज के पास चेन पुलिंग कर अधिकांश युवक उतर गए। उपद्रव की सूचना मैंने और अन्य यात्रियों ने ट्विटर पर रेल मंत्री को दी। लेकिन मदद नहीं मिली। शिवपुरी में पुलिस पहुंची थी। लेकिन उन्होंने ट्रेन को रवाना कर दिया उपद्रवी युवकों ने गुना से ट्रेन के रवाना होने के बाद पहले से बैठे यात्रियों को उनकी सीट से उठा दिया। युवकों की भीड़ के आगे यात्री चुपचाप रहे।