संघ की तीन दिवसीय समन्वय बैठक गुरुवार को केशवनगर टीलाखेड़ी स्थित विद्यालय परिसर में शुरू हुई। इस बैठक में पहले दिन 35 संगठनों के 425 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। पहले दिन बैठक में भाजपा, विहिप, भारतीय मजदूर संघ, किसान संघ, विद्या भारती, अभाविप, वनवासी विकास परिषद सहित अन्य संगठनों से जुड़े प्रतिनिधियों से संघ प्रमुख ने साफ कहा कि वह समाज में अपने संगठनों के अनुरूप भूमिका निभाएं।संघ सूत्रों का कहना है कि संघ प्रमुख ने प्रतिनिधियों से कहा कि यह संदेश नहीं जाना चाहिए
कि उनका नाता कहीं न कहीं भाजपा से है। वह यह बताएं कि उनका संगठन संबंधित वर्ग के हित की लड़ाई लड़ रहा है। संघ के मध्य प्रांत के अंतर्गत आने वाले मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के प्रचारक व अन्य अनुशांगिक संगठनों की बैठक के दूसरे दिन शुक्रवार को संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आगामी योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। संघ प्रमुख के लगातार राज्य में हो रहे प्रवासों को राजनीतिक दृष्टिकोण से काफी अहम माना जा रहा है। इन प्रवासों को मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव और अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। विदिशा से पहले भागवत इसी माह पांच दिनों के लिए उज्जैन का दौरा चुके हैं। इस दौरान उनसे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से लेकर कई नेताओं ने मुलाकात की।