विश्व हिन्दू परिषद के अंतरार्ष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया होश में आ गए हैं और आज मीडिया को संबोधित कर सकते हैं। गौरतलब है कि लगभग दस घंटे की रहस्यमय गुमशुदगी के बाद बेहोश हालत में मिले थे। उन्हें शाहीबाग के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के डाक्टर रूपकुमार अग्रवाल ने बताया कि रक्त में शर्करा की मात्रा कम होने के कारण (लो शुगर) के कारण बेहोश तोगड़िया को कोतरपुर इलाके से सरकारी एंबुलेंस के जरिये लाकर यहां भर्ती कराया गया। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि वह कैसे मिले और किसने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने कहा कि इस सब की जांच की जा रही है।
इससे पहले उनकी गुमशुदगी को लेकर विहिप ने शाम को धिवत शिकायत दर्ज करायी थी जबकि इसको लेकर मची अफरातफरी और विहिप के विरोध प्रदर्शनों के बीच राजस्थान और गुजरात पुलिस ने वर्षों पुराने एक मामले में उनकी गिरफ्तारी की बात से साफ तौर पर इंकार किया था। अहमदाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उन्हें ढूंढने के लिए एक विशेष टीम बनायी थी और 24 घंटे के भीतर उनका पता लगाने का दावा भी किया था। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि उनका पता लगने में पुलिस की भी कोई भूमिका है या नहीं।
तोगड़यिा के खिलाफ राजस्थान के सवाई माधेपुर जिले के गंगापुर शहर में एक दशक से पहले निषेधाज्ञा के उल्लंघन से जुड़े मामले में वहां की अदालत ने कई समन और जमानती वारंट के बाद गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। इसी को लेकर वहां की पुलिस आज यहां आयी थी। वह यहां सोला क्षेत्र के भागवत बंगलो के अपने आवास पर नहीं थे। पर उसके बाद से ही सुबह साढे ग्यारह बजे से वह रहस्यमय ढंग से लापता थे। विहिप ने इसके विरोध में यहां सोला पुलिस स्टेशन पर प्रदर्शन भी किया। अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, जामनगर, जूनागढ़, महेसाणा, बनासकांठा, कच्छ और सुरेन्द्रनगर समेत कई स्थानों पर भी चक्का जाम और प्रदर्शन किया गया।
सवाई माधोपुर के एसपी ममन सिंह और यहां क्राइम ब्रांच के संयुक्त पुलिस आयुक्त जे के भट्ट ने कहा था कि तोगड़िया की गिरफ्तारी नहीं की गयी है। पुलिस ने बताया तोगड़यिा के मिलने और उन्हें अस्पताल पहुंचाने तथा उनकी गुमशुदगी आदि के बारे में विस्तार से पता पूरी जांच पड़ताल के बाद लग सकेगा। इस बारे में मंगलवार को स्थिति अधिक स्पष्ट हो पायेगी।
भट्ट ने कहा था कि उनकी गुजरात अथवा राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तारी नहीं की है। वारंट किसी बहुत गंभीर मामले से जुड़ा नहीं था। राजस्थान पुलिस ने यहां सोला पुलिस से वारंट के तामीले के लिए मदद मांगी थी। दोनो पुलिस तोगड़यिा के आवास पर गयी थी पर वह वहां नही थे उसके बाद पुलिस लौट आयी। एसआरपी के एक पुलिस कांस्टेबल ने बताया कि तोगड़यिा किसी दाढ़ी वाली व्यक्ति व्यक्ति के साथ ऑटो रिक्शा में बैठ कर कही चले गये थे। यह पूछे जाने पर कि जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा के बावजूद तोगड़यिा गायब कैसे हो गये, भट्ट ने कहा कि मुंबई से आने के बाद उन्होंने अपने सुरक्षा गार्ड से कल देर रात कहा था कि वह अब ऑफिस पर आराम करेंगे और गार्ड आज दोपहर बाद आयें। इसी दौरान वह लापता हो गये थे।