तिवारी का शुक्रवार को उपचार को दौरान गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में निधन हो गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष तिवारी के निधन पर अपने शोक संदेश में कहा कि वे संसदीय मामलों के ज्ञाता थे। उनका प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। साथ ही शोक संतृप्त परिजनों के प्रति गहन संवेदना भी व्यक्त की है।विधानसभा अध्यक्ष सीतासरण शर्मा और उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने तिवारी के निधन को राज्य के लिए अपूरणीय क्षति बताया है। साथ ही मृतात्मा की शांति और परिवार को इस आघात को सहन करने की शक्ति देने की कामना की है।
कांग्रेस के सांसद और पूर्व मंत्री कमलनाथ ने तिवारी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया है, जिसमें अपनी ओर से श्रद्धांजलि देते हुए लिखा है, “तिवारी का निधन अपूरणीय क्षति है, जिसकी पूर्ति की कल्पना अकल्पनीय है, उनका मुजे सदैव मार्गदर्शन व स्नेह मिला। उन्होंने सर्वहारा, शोषित वर्ग की लड़ाई लड़ी। राज्य सरकार के मंत्री राजेंद्र शुक्ल, नरोत्तम मिश्रा, विश्वास सारंग, माया सिंह, दीपक जोशी ने तिवारी के निधन पर दुख व्यक्त किया है। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव ने कांग्रेस के लिए अपूर्णीय क्षति बताते हुए कहा है कि तिवारी का सदैव कांग्रेसजनों को मार्गदर्शन मिलता रहा है, वे अपनी विद्वता के कारण हमेशा याद किए जाएंगे। संसदीय ज्ञान और समाज के हर वर्ग के लिए काम करने की ललक उनके भीतर पूरे जीवन रही। उनका जुझारू स्वभाव अंत तक कायम रहा।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद नंदकुमारसिंह चौहान और प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत, पार्टी के महामंत्री विष्णुदत्त शर्मा वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं मध्यप्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष तिवारी के निधन पर शोक व्यक्त किया है और शोक संतप्त परिवार के प्रति गहन संवेदना व्यक्त की है। चौहान ने कहा कि तिवारी लंबे समय तक विधानसभा अध्यक्ष रहे। वे कुशल राजनेता थे। मध्यप्रदेश और विंध्य क्षेत्र के विकास में उनका विशेष योगदान रहा। उनके निधन से मध्यप्रदेश ने एक कुशल राजनीतिज्ञ खोया है।