हिमाचल प्रदेश के सोलन जिल के सुल्तानपुर स्थित लाडो गांव आने वाले दिनों में धार्मिक पर्यटन के लिए पहचाना जाएगा. यहां दुनिया की सबसे ऊंची हनुमान की मूर्ति बनकर तैयार हो गई है और आने वाले 31 मार्च को हनुमान जयंती के अवसर पर इसका अनावरण होने वाला है.मानव भारती यूनिवर्सिटी के परिसर में बनी इस मूर्ति की ऊंचाई 151 फीट है और वजन करीब 2000 टन. मूर्ति को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड और लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉड में शामिल करने की प्रक्रिया चल रही है. इसकी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं.
मूर्ति के निर्माण का कार्य पिछले करीब पांच साल से चल रहा है. अब मूर्ति का निर्माण पूरा हो गया है. प्रतिमा का निर्माण मातूराम फाइन आर्ट गुडग़ांव के पदमश्री मूर्तिकार नरेश कुमार ने किया है. शिमला के जाखू मंदिर में विराजमान 108 फीट ऊंची मूर्ति का निर्माण भी नरेश कुमार की टीम ने ही किया था. सोलन में मानव भारती यूनिवर्सिटी धार्मिक पर्यटन का एक नया डेस्टीनेशन बनेगा. मानव भारती चेरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक डॉ. राजकुमार राणा की हनुमान जी में प्रगाढ़ आस्था है. उन्होंने ही सोलन में यह मूर्ति बनवाई है. इस मूर्ति की ऊंचाई 151 फीट है और इस समय दुनिया में यह हनुमान की सबसे ऊंची मूर्ति बन गई है.
इसके निर्माण पर मानव भारती चेरिटेबल ट्रस्ट ने करीब चार करोड़ रुपए खर्च किए हैं. इस समय हनुमान की आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिला में स्थित है. इसकी ऊंचाई 135 फीट है.इसके बाद शिमला के जाखू मंदिर और दिल्ली के संकट मोचन मंदिर में स्थित बजरंग बली की मूतियों का नंबर आता है. इनकी ऊंचाई 108-108 फीट है. इसके अलावा महाराष्ट्र के नंदुरा में 105 और उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में 104 फीट की हनुमान मूर्ति स्थित है.