टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने मंगलवार को कहा कि तेज गेंदबाजों के प्रदर्शन से टीम का हौसला बढ़ा है और उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आखिरी टेस्ट में वांडरर्स की हरी पिच पर केवल तेज गेंदबाजों के साथ उतरने के संकेत दिए। इसका मतलब आर अश्विन को इस मैच में बाहर बैठना पड़ सकता है।
उन्होंने कहा, ‘विदेशी दौरों पर हमने बहुत कम मौकों पर दो टेस्ट मैचों में 40 विकेट हासिल किए। अगर गेंदबाज अपनी अच्छी भूमिका बरकरार रखते हैं तो इससे हमें फायदा मिलेगा। हमने अब तक 40 विकेट लिए हैं और हमें ये पता करने की जरूरत है कि इस टेस्ट मैच में भी 20 विकेट हासिल करने का बेस्ट तरीका क्या हो सकता है।’
भारतीय बल्लेबाजों ने अब तक सीरीज में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और विराट को उम्मीद है कि वे अपनी गलतियों से सबक लेंगे। उन्होंने कहा, ‘मैंने सीरीज से पहले कहा था कि जो भी टीम अच्छी बल्लेबाजी करेगी वो सीरीज जीतेगी और अब तक ऐसा हुआ है। बल्लेबाज पहले दो मैचों की अपनी गलतियों में सुधार करने पर ध्यान दे रहे हैं।’
भारत अभी 124 प्वॉइंट्स के साथ दुनिया की नंबर एक टीम है और वो दूसरे नंबर पर काबिज दक्षिण अफ्रीका से 13 प्वॉइंट्स आगे है। अगर दक्षिण अफ्रीका क्लीन स्वीप करता है तो दोनों के समान 118 अंक हो जाएंगे लेकिन भारत दशमलव में गणना पर आगे रहेगा।
विराट ने कहा, ‘हम इस टेस्ट मैच को इस तरह से ले रहे हैं, जिसमें हमें अपनी बेस्ट क्रिकेट खेलनी है और पहले दो टेस्ट मैचों में जिस स्थिति में थे उसे और मजबूती प्रदान करनी है।’ भारत ने अब वांडरर्स में चार टेस्ट मैच खेले हैं और उसने यहां कोई मैच नहीं गंवाया है। इनमें 2013 का मैच भी है, जो आखिर में रोमांचक ड्रॉ के रूप में खत्म हुआ था।
विराट ने कहा, ‘मुझे लगता है कि 2013 के मैच में दोनों टीमों और दर्शकों में से जो भी शामिल था उसके लिए वो काफी रोमांचक था। ये मेरे लिये और टीम के लिए यादगार टेस्ट मैच था क्योंकि हमने अच्छा स्कोर बनाकर दक्षिण अफ्रीका को अपनी बेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए मजबूर किया था।’ विराट ने दक्षिण अफ्रीका के वर्तमान दौरे को कड़ा सबक बताया और कहा कि उनकी टीम गलतियां नहीं दोहराएगी और नए सिरे से शुरुआत करेगी। उन्होंने कहा, ‘हर मैच आपको कुछ नई सीख देता है चाहे आपकी जीत हो या हार। आप यही सीखते हो कि कोशिश करो और गलतियां नहीं दोहराओ। केवल इसी तरह से आप कप्तान और खिलाड़ी के रूप में आगे बढ़ सकते हो।’