शहीद गरुड़ कमांडो जेपी निराला को शांतिकाल के सबसे बड़े वीरता पुरस्कार अशोक चक्र से सम्मानित करते हुए राष्ट्रपति कोविंद भी भावुक नजर आए। निराला को यह सम्मान मरणोपरांत दिया गया जिसे उनकी पत्नी ने 26 जनवरी को राष्ट्रपति के हाथों सम्मान प्राप्त किया।
भारतीय वायुसेना के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी गरुड़ कमांडो को सर्वोच्च वीरता पुरस्कार अशोक चक्र से नवाजा गया है। शहीद ज्योति प्रकाश निराला तीन महीने पहले ही आतंकियों के खिलाफ एक अभियान में कश्मीर के हाजिन में स्पेशल ड्यूटी पर तैनात थे।
आतंकियों से हुए एक मुठभेड़ में निराला ने अपनी जान की परवाह किए बेगैर दो टॉप आतंकियों को मार गिराया था जिसमें एक आतंकी आतंकी मसूद अजहर का भतीजा तल्हा रशीद भी था। शहीद निराला ने दो अन्य आतंकियों को घायल भी किया था। इस अभियान में कुल 6 आतकी मारे गए थे।
शहीद निराला बिहार के रोहतास के रहने वाले थे। वे साल 2005 में वायु सेना में शामिल हुए थे। जेपी निराला के परिवार में पत्नी, एक बेटी, उनकी बहनें और माता-पिता हैं।