विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट सेवाओं और उल्लेखनीय कार्यों के लिए दिए जाने वाले पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया गया है। इस बार 85 लोगों को पद्म अवार्ड दिए गए हैं। तीन लोगों को पद्म विभूषण, नौ लोगों को पद्म भूषण और 73 लोगों को पद्म श्री से नवाजा गया है। सरकार ने इस बार भी देश के सर्वोच्च सम्मान पुरुस्कारों में गुमनाम चेहरों को महत्व दिया है। पद्म श्री पुरुस्कार पाने वालों में अरविंद गुप्ता-साहित्य और शिक्षा (महाराष्ट्र), भज्जू श्याम-कला(पेंटिंग) मध्यप्रदेश, लक्ष्मी कुट्टी-औषधि(सर्प दंश) केरल, सुशांशु बिस्वास-समाज सेवा(पश्चिम बंगाल), एमआर राजगोपाल-औषधि(केरल), मुरलीकांत पेटेकर-खेल, महाराष्ट्र, सुलागट्टी नरसम्मा-औषधि (कर्नाटक), विजय लक्ष्मी नवनीतिकृष्णन-साहित्य और शिक्षा-महाराष्ट्र, सुभासिनी मिस्त्री-समाज सेवा, पश्चिम बंगाल, राजगोपालन वासुदेवन-विज्ञान एवं इंजीनियरिंग, तमिलनाडु, उत्तरप्रदेश के अनवर जलालपुरी साहित्य व शिक्षा के लिए शामिल हैं।
केरल के रहने वाले एम आर राजगोपाल को चिकित्सा मसीहा के रूप में जाना जाता है। अनुपयोगी सामान से खिलौले वाले बनाने वाले अरविंद गुप्ता को सम्मान दिया गया है। हर्बल दवाओं के क्षेत्र में काम करने वाली लक्ष्मी कुट्टी को सम्मानित किया गया है।
कला के क्षेत्र में तमिलनाडु की इल्याराज को पद्मविभूषण सम्मान से नवाजा गया है। महाराष्ट्र के गुलाम मुस्तफा खान को कला के क्षेत्र में योगदान के लिए पद्म विभूषण सम्मान मिला है। साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के लिए केरल के परमेश्वरन को पद्म विभूषण दिया गया।
जिन नौ लोगों को पद्म भूषण सम्मान दिया गया है उनमें पंकज आडवाणी को खेल के क्षेत्र में, महेन्द्र सिंह धोनी को क्रिकेट में योगदान के लिए, केरल के फिलीपोज मार क्रिसोटम को, पब्लिक अफेयर्स के क्षेत्र में रूस के अलेक्जेंडर कदाकिन को पद्म भूषण सम्मान मिला है। पुरातत्व के क्षेत्र में तमिलनाडु के रामचंद्रन नागास्वामी, साहित्य और शिक्षा के वेद प्रकाश नंदा को पद्मभूषण सम्मान दिया गया है। नंदा अमेरिका में रहते हैं। पेंटिंग के क्षेत्र में लक्ष्मण राय, संगीत के क्षेत्र में अरविंद पारिख और बिहार की शारदा सिन्हा को कला व संगीत क्षेत्र में पद़्म भूषण सम्मान से नवाजा गया है।
पद्म श्री पाने वालों में उत्तरप्रदेश के मोहन स्वरूप भाटिया लोककलाकार, झारखंड के दिगंबर हंसदा को साहित्य व शिक्षा, उत्तरप्रदेश के अनवर जलालपुरी को साहित्य व शिक्षा के क्षेत्र में शामिल हैं। उत्तरप्रदेश के ही भगीरथ प्रसाद त्रिपाठी, को साहित्य, बिहार के मानस बिहारी वर्मा को विज्ञान व इंजीनियरिंग के क्षेत्र में पद्म पुरुस्कार से नवाजा गया है। पद्म पुरुस्कारों में कई विदेश में रहने वाले लोगों को सम्मान से नवाजा गया है। लेकिन आसियान देशों से भारत की निकटता को प्रदर्शित करते हुए वियतनाम, कंबोडिया, म्यांमार, इंडोनेशिया, मलेशिया, बु्रनेई, लाओस, थाइलैंड, फिलीपींस में रहने वाले लोग पद़्म पुरुस्कारों की सूची में हैं।
नेपाल, अमेरिका, यूएस, रूस, जापान, सऊदी अरब, तजाकिस्तान के लोगों को भी सम्मान से नवाजा गया है। पिछले साल 89 लोगों को पद्म पुरस्कार दिए गए थे। आजादी के बाद से पिछले साल तक कुल 4417 हस्तियों को देश के प्रतिष्ठित अवॉर्ड दिए जा चुके हैं. कला, साहित्य, शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान एवं अभियांत्रिकी, लोक मामलों, सिविल सेवाओं, व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में ये पुरस्कार दिए जाते हैं।