सोलंगनाला मैदान में पहुंचने वाले पर्यटक अंजनी महादेव में दस्तक दे रहे हैं तथा बर्फ से बने शिवलिंग के दर्शन कर रहे हैं। सही समय पर बर्फबारी न होने से पर्यटन कारोबार गति नहीं पकड़ पा रहा है। सोलंगनाला में बर्फ दूर-दूर तक देखने को नहीं मिल रही है लेकिन एकमात्र अंजनी महादेव ही सैलानियों का स्नो प्वाइंट बना हुआ है। हालांकि बर्फ नहीं गिरी है लेकिन अंजनी महादेव मंदिर व नाले में बर्फ सैलानियों का खूब मनोरजंन कर रही है।अंजनी महादेव में तापमान शून्य से नीचे होते ही आकार में तेजी से बढ़ोतरी होना शुरू हो गई है। हालांकि शिवलिंग का आकार पहले से ही बनना शुरू हो गया था लेकिन अब इसके आकार में तेजी से बढ़ोतरी होना शुरू हुई है।शिवलिंग पर नियमित रूप से प्राकृतिक झरना गिर रहा है जो गिरते ही बर्फ बनकर शिवलिंग का रूप धारण कर रहा है।
पारा जितना माइनस में जाएगा शिवलिंग का आकार उतनी तेजी से बढ़ेगा। घाटी के पर्यटन कारोबारी रवि ठाकुर ने बताया कि हालांकि शिवलिंग का आकार आकर्षक हो गया है लेकिन इस बार बर्फबारी न होने से पर्यटन कारोबार गति नहीं पकड़ पाया है। उन्होंने कहा कि मौसम की बेरुखी उन पर भारी पड़ गई है। मंदिर में नियमित रह रहे बाबा पूरी का कहना है कि यहां भक्तों का सैलाब उमड़ने लगा है। शिवलिंग भव्य आकार लेता जा रहा है तथा लगभग 15 फुट तक ऊंचा हो गया है। शिवरात्री के दौरान अंजनी महादेव में हजारों पर्यटकों के लिए भंडारे का आयोजन किया जाएगा।