यूपी सरकार कासगंज हिंसा में मारे गए युवक के परिवारवालों को 20 लाख रुपए की मदद देगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार देर रात इसका एलान किया। विक्टिम के परिवार को यह रकम सोमवार को दी जाएगी। उधर, शहर में हिंसा के चौथे दिन हालात सामान्य होने लगे हैं। पुलिस ने इस मामले में अब तक 50 लोगों को अरेस्ट किया है और 60 से 70 लोगों को हिरासत में लिया है। पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है।
26 जनवरी को कासगंज जिले के कोतवाली इलाके में बिलराम गेट चौराहे पर तिरंगा यात्रा के तहत विश्व हिंदू परिषद और एबीवीपी के कार्यकर्ता बाइक से रैली निकाल रहे थे। इस दौरान नारेबाजी को लेकर समुदाय विशेष के लोगों से बहस हो गई। तकरार में दोनों तरफ से फायरिंग, पत्थरबाजी हुई, जिसमें तिरंगा यात्रा में शामिल एक युवक चंदन गुप्ता की गोली लगने से मौत हो गई। दूसरे पक्ष के एक शख्स को भी गोली लगी थी।
27 जनवरी को उपद्रवियों ने बारहद्वारी इलाके में तोड़फोड़ और 4 दुकानों में आगजनी की घटना को अंजाम दिया। 28 जनवरी को उपद्रवियों ने नदरई गेट इलाके में बांकनेर के पास स्थित एक ऑटो पार्ट की दुकान को आग के हवाले कर दिया। साथ ही एक कार को आग लगाकर बनाया निशाना। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया।
राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह के बेटे और बीजेपी सांसद राजवीर सिंह का आरोप है कि दूसरे पक्ष ने पहले से इस बवाल की तैयारी कर रखी थी। इतनी जल्दी हथियार और पत्थर सब कहां से आ गया। इसकी जांच होनी चाहिए।