कासगंज हिंसा को लेकर उठा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा। बरेली डीएम के इस विवाद में कूदने के बाद अब इस मामले ने एक नया मोड़ ले लिया है। लेकिन बताया जा रहा है कि डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह और भाजपा के बिथरी विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल, आंवला सांसद धर्मेंद्र कश्यप की पहले से ही तकरार चल रही है। खनन को लेकर डीएम और भाजपा नेता आमने सामने आ गये थे। भाजपा नेताओं का आरोप था कि डीएम खनन करवा रहे हैं। इसी बीच कांवड़ के दौरान खैलम में हुए बवाल का ठीकरा भी डीएम के सिर फोड़ा गया था।
नवाबगंज में पालिका चुनाव के दौरान डीएम की कार्यशैली से भाजपा नेता एक बार फिर खफा हो गये। एसडीएम ने भाजपा जिलाध्यक्ष रविंद्र सिंह राठौर के खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज करवा दिया। जिसे डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह ने सही ठहराया था।
अब डीएम की विवादित टिप्पणी के बाद भाजपा नेताओं को मौका मिल गया है। भाजपा के बिथरी विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल ने यहां तक कह दिया कि सरकार की छवि धूमिल करने वाले डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह को कुर्सी पर नहीं जेल में होना चाहिये। एक आईएएस अधिकारी की इस तरह की टिप्पणी से जनता में सरकार की गलत छवि जा रही है। उन्होंने डीएम की फेसबुक पर की गई तमाम टिप्पणी पर नाराजगी जाहिर की है।