बता दें कि आरोपी सूरज की संदिग्ध हत्या मामले में कई आईजी जहूर जैदी समेत पुलिस के 9 कर्मी न्यायिक हिरासत काट रहे हैं। लगभग 5 महीनों से सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं। आज हुई सुनवाई में आईजी जहूर जैदी समेत 9 पुलिस अधिकारी व कर्चारियों की न्यायिक हिरासत 13 फरवरी तक बढ़ा दी है और वॉइस सैम्पल पर सुनवाई भी 13 फरवरी को ही होनी है।सीबीआई ने आरोपी सूरज की हत्या मामले में पूर्व निलबिंत आईजी जहूर हैदर जैदी, पूर्व एसपी शिमला डी.डब्ल्यू नेगी,डीएसपी मनोज जोशी, सहित कुल 9 अधिकारी और कर्मचारी को गिरफ्तार किया है जो फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
सीबीआई ने अपनी जांच करते हुए आरोपी पुलिसकर्मियों पर हत्या को दबाने, घटना के तथ्यों के साछ छेड़छाड़ करने और अपनी ड्यूटी इमानदारी से न करने का आरोप लगाया है।
बीते 4 जुलाई को स्कूल से घर वापस लौटते समय गुड़िया अचानक लापता हो गई थी तथा 6 जुलाई की सुबह उसका शव दांदी के जंगल में पड़ा मिला। गुडिय़ा प्रकरण में सबसे पहले पुलिस ने जांच अमल में लाई थी। इसके बाद यह मामला एसआईटी को सौंपा गया। एसआईटी ने मामला सुलझाने का दावा करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया। इसी बीच यह केस सीबीआई के हवाले कर दिया गया लेकिन उससे पहले पुलिस लॉकअप में एक आरोपी सूरज की हत्या हो गई, ऐसे में सीबीआई ने बीते 22 जुलाई को गुड़िया मर्डर और रेप केस तथा पुलिस लॉकअप हत्याकांड को लेकर अलग-अलग मामले दर्ज किए।गुड़िया मर्डर और रेप केस में अभी तक सीबीआई कोई नई गिरफ्तारी नहीं कर पाई है पर पुलिस कस्टडी में हुई सूरज की मौत कोलेकर एसआईटी को सीबीआई ने गिरफ्तार किया हुआ है।